इसी बीच तहसीलदार से समझाइश का दौर चला। उपखण्ड अधिकारी के साथ तहसीलदार सुबह कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन राजेश गोयल के चैंबर में दोपहर बाद तक बंद कमरे में समझाइश चली। उपखण्ड अधिकारी सहित अन्य की मौजूदगी में काफी देर तहसीलदार से बातचीत की गई।
तहसीलदार ने दूसरे दिन साधी चुप्पी इधर, इस पूरे प्रकरण में सुबह से रात तक तहसीलदार से लगातार बातचीत का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। ऐसे में उनकी ओर से राजस्व मण्डल के ग्रुप में शेयर बगैर हस्ताक्षर के त्यागपत्र के मामले में आगे की िस्थति स्पष्ट नहीं हो पाई।
इनका कहना है मामले में समझाइश की गई है। इस तरह आवेश में आकर त्यागपत्र नहीं दिया जाता है। तहसीलदार की अधिकारियों के माध्यम से काउंसलिंग भी की है। आशीष मोदी, जिला कलक्टर