शहर की हवा हो रही जहरीली प्रदूषण के कारण शहर की हवा जहरीली होती जा रही है। हवा में घुले प्रदूषक तत्व आम लोगों के स्वास्थ्य पर खराब असर डाल रहे हैं। सर्दी की सीजन में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। हाई एक्यूआई हवा में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है। इससे सांस लेने में भी दिक्कत के साथ त्वचा की प्राकृतिक नमी बनाए रखने की क्षमता प्रभावित होती है। कुवाड़ा क्षेत्र में कचरे में आग लगी रहने से रोजाना धुआं बना रहता है। यह धुआं स्थानीय लोगों के लिए बीमारियों का कारण बन रहा है।
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं इस बारे में क्षेत्र के लोग कई बार शिकायत दे चुके हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। लगातार उठते धुएं से क्षेत्रवासियों ने सुबह की सैर बंद कर दी। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है। नगर निगम की तरफ से यहां कचरा डाला जा रहा है। इसके बाद इस कचरे में आग लगा दी जाती है। क्षेत्र में रोजाना कचरा जलाने से निकला धुंआ प्रदूषण फैला रहा है। इस वातावरण में सांस लेने वाले लोगों के फेफड़ों में यह धुआं जा रहा है। इससे लोगों में सांस से संबंधित बीमारी होने लगी है।
सेहत के लिए घातक कचरे में आग लगाने एवं नाले के कचरे से हानिकारक गैस मिथेन, सल्फर, कार्बन डाय आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड निकलती है, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।ओजोन परत को क्षति पहुंचाता है। ये गैस मानव शरीर के लिए खतरनाक व जानलेवा है। इससे कैंसर, जेनेटिक डिजीज, चर्म रोग, सांस की बीमारी, एनिमिया, दांत, दमा, टीबी जैसी बीमारी होती है।
डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक एमजीएच भीलवाड़ा प्रतापनगर क्षेत्र की स्थिति दिनांक एक्यूआई पीएम श्रेणी
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