पापा को हॉस्पिटल में सेवा भाव से काम करते देखा। अच्छा लगा। पापा ने आंखों की रोशनी के बारे में ज्ञानवर्धक जानकारी दी। ऑफिस: केशव पोरवाल अस्पताल बिटिया: यशवी बोहरा माता- पिता: डॉ. नीना तिवाड़ी-डॉ. विनय बोहरा
कानून की पढ़ाई कर अधिवक्ता कैसे आमजन को न्याय दिलवाते इसे समझा। यहां आकर बहुत अच्छा लगा। ऑफिस : एडवोकेट चैम्बर बिटिया: प्रियांशी व रिद्धिमा पिता का नाम : पवन पंवार, (अधिवक्ता)
पापा के शोरूम में नए एंड्रॉयड मोबाइल के डिाप्ले व रेम के बारे में जाना, ग्राहकों को किस प्रकार की मोबाइल में टेक्निकल प्रॉब्लम आती है, उसके बारे में जाना। पत्रिका का धन्यवाद जो हमें पापा के काम को समझने का अवसर दिया ऑफिस: श्री कृष्णा मोबाइल बिटिया: सेजल गर्ग-नेहल पिता: राजेश शर्मा
पापा की कम्प्यूटर व फोटो स्टेट की दुकान है। यहां पर 8 वर्षीय कक्षा 5 की छात्रा अमीक्षा व्यास अपने पिता की दुकान पर विद्यालय से आने के बाद फोटो कोपी मशीन पर फोटो कॉपी निकालने व कम्प्यूटर का काम भी करती है। ऑफिस: फोटो स्टेट एवं कम्प्यूटर्स, बिजौलियां बिटिया: अमीक्षा व्यास पिता:ओमप्रकाश व्यास
बेटियां परिवार ही नहीं, देश और दुनिया में भविष्य