भीलवाड़ा

करोड़ों के बैंक घपले में बोरदिया दंपती की फर्जी कंपनी का खेल

भीलवाड़ा महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक में करोड़ों के घपले के आरोप में गिरफ्तार पूर्व अध्यक्ष कीर्ति बोरदिया व उनके पति रविन्द्र बोरदिया की संपत्ति का कोतवाली पुलिस ने भौतिक सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान बोरदिया दंपती के नाम पुर बाइपास पर पांच बीघा जमीन के अलावा बड़ी संपत्ति नहीं मिली। आरोप के दायरे में आई बोगस फर्म नाकोडा एंटरप्राइजेज के बैंक खाते से करीब ढाई करोड़ का भुगतान देवकिशन आचार्य की विभिन्न फर्म के बैंक खाते में भेजे जाने का खुलासा हुआ है।

भीलवाड़ाDec 03, 2020 / 11:53 am

Narendra Kumar Verma

Bordia couple’s fake company game in crores of bank scams

भीलवाड़ा। भीलवाड़ा महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक में करोड़ों के घपले के आरोप में गिरफ्तार पूर्व अध्यक्ष कीर्ति बोरदिया व उनके पति रविन्द्र बोरदिया की संपत्ति का कोतवाली पुलिस ने भौतिक सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान बोरदिया दंपती के नाम पुर बाइपास पर पांच बीघा जमीन के अलावा बड़ी संपत्ति नहीं मिली। आरोप के दायरे में आई बोगस फर्म नाकोडा एंटरप्राइजेज के बैंक खाते से करीब ढाई करोड़ का भुगतान देवकिशन आचार्य की विभिन्न फर्म के बैंक खाते में भेजे जाने का खुलासा हुआ है।
कोतवाली प्रभारी नेमीचंद चौधरी ने बताया कि गत शनिवार को कीर्ति बोरदिया व उनके पति रविन्द्र बोरदिया को बैंक में ढाई करोड़ के घपले के एक मामले में जोधपुर से गिरफ्तार किया था। चार दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपित दंपती को पुलिस ने बुधवार को दोबारा न्यायालय में पेश किया। आरोपितों से बैंक से हुए वित्तीय लेन देन समेत विभिन्न मामलों में पूछताछ वांछित होने से तीन दिन का फिर से रिमांड पर लिया गया। उन्होंने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों की संपति का भौतिक सत्यापन कराया गया। जोधपुर में यहां आरोपित दंपती ने फरारी काटी वो मकान उन्होंने किराए पर ले रखा था, इसी प्रकार भीलवाड़ा मेंं बोरदिया के आवास की वर्ष २०१७ में ही बिकने की पुष्टि हुई। पुर बाइपास रोड पर जरुर उनके नाम से पांच बीघा जमीन होने की जानकारी सामने आई। उन्होंने बताया कि उनके बैंक खाते व लॉकर्स में भी कुछ विशेष नहीं मिला। बोरदिया दंपती की बेनाम संपत्ति अन्य किसी के नाम होने की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपित दंपती ने बैंक के ही कुछ कर्मियों तथा कुछेक प्रोपर्टी डीलर्स के उनके साथ होने की जानकारी दी। इसी प्रकार भूदान की जमीन के बेचान में भी गडबड़ी का खेले होने की जानकारी सामने आई है। रिमांड के दौरान नाकोडा एंटरप्राइजेज के बैंक खाते से करीब ढाई करोड़ का भुगतान देवकिशन आचार्य की विभिन्न फर्म के बैंक खाते में भेजे जाने के मामले में भी पूछताछ की जाएगी।
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