केवल नोटिस से चल रहा काम शहर में अवैध निर्माण पर परिषद नोटिस जारी करती है। कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता है। कुछ मामलों में इमारतों को सील किया गया, लेकिन वे कब खुल जाती है, इसका भी पता नहीं चलता। पार्षदों ने अवैध निर्माण की शिकायत भी कर रखी है।
भरतपुर हादसे के बाद भी हुआ था हल्ला, कार्रवाई कुछ नहीं
दो साल पहले 10 मई को भरतपुर में मैरिज हॉल में दीवार ढहने से 25 लोगों की मौत के बाद सरकार विवाह स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त हुई थी। प्रदेश के सभी नगर निकायों से सुरक्षा व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट मांगी गई थी। पंजीकृत और नियमानुसार नहीं होने के कारण शहर में भी परिषद ने 10 मैरिज गार्डन मालिकों को नोटिस दिए। उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। विवाह स्थलों पर खामियां होने पर सरकार ने नया कानून लागू किया है।
परिषद तैयार कर रही सूची
शहर में एेसे कोचिंग संस्थान, होटल या अन्य बहुमंजिला इमारतें, जिनमें आग बुझाने के इंतजाम नहीं हैं। इनका परिषद सर्वे करा रही है। जिनमें यह सुविधा नहीं होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रतिदिन कम से कम पांच जगह जांच सहायक अग्निशमन अधिकारी छोटूराम के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। यह टीम परिषद क्षेत्र में प्रतिदिन कम से कम पांच जगह बहुमंजिला इमारतों, कोचिंग संस्थानों, मॉल, सिनेमा, ऑडिटोरियम में फायर सेफ्टी व्यवस्थाओं की जांच करेगी। इन स्थानों पर फायर सेफ्टी ड्रिल का अभ्यास भी किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट तीन दिन में प्रस्तुत करनी होगी।
……………… कल से निरीक्षण अभियान व्यावसायिक भवनों व बहुमंजिला इमारतों का निरीक्षण अभियान सोमवार से चलेगा। छोटी जगह में जो कोचिंग संस्थान चल रहे हैं, उन्हें नोटिस दिया जाएगा। बच्चों की सुरक्षा में चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सूर्यप्रकाश संचेती, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद