थानाप्रभारी राजमल खींची ने बताया कि कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने बस्सी के राजेन्द्र चेचाणी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। गत ११ दिसम्बर को चित्तौडग़ढ़ और भीलवाड़ा पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए हलेड स्थित गोदाम में दबिश दी। गोदाम को राजेन्द्र ने १५ हजार प्रति माह में किराए पर ले रखा था। दबिश के दौरान बड़ी मात्रा में नकली खाद-बीज व कीटनाशक बरामद हुए। नामचीन कम्पनियों के रैपर मिले। कृषि अधिकारी खटीक ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि विभिन्न कीटनाशक रसायनों, उवर्रकों एवं बीजों का बिना पंजीकरण एवं अनुज्ञ पत्रों के अपने स्तर पर विभिन्न कम्पनियों का लेबल एवं कम्पनियों का पैकिंग सामग्री बनाता मिला। उसके खिलाफ कॉपीराइट, धोखाधड़ी, कीटनाशी व उवर्रक व बीज नियंत्रण अधिनियम में मामला दर्ज किया। व्यापारी नामी कम्पनियों के फर्जी लेबल बनाकर पैकिंग करते पाया गया।
फरारी के दौरान ले लिया गोदाम किराए पर
चित्तौैडग़ढ़ पुलिस ने ३ नवम्बर को कृषि विभाग के अधिकारियों को साथ में लेकर राजेन्द्र के बस्सी स्थित मकान और तीन गोदाम पर दबिश देकर नामचीन कम्पनी के नाम पर बेच रहे लाखों के नकली बीज, खाद और कीटनाशक बरामद किया। ब्रॉड कम्पनियों के रैपर भी जब्त किए थे। कृषि विभाग के अधिकारियों की रिपोर्ट पर मामाल दर्ज किया था। कार्रवाई की भनक लगने से चेचाणी फरार हो गया था। दो माह से फरारी के दौरान उसके भीलवाड़ा में छिपे होने की जानकारी चित्तौडग़ढ़ पुलिस को मिली थी। इस पर चित्तौडग़ढ़ पुलिस ने भीलवाड़ा पुलिस को साथ लेकर ११ दिसम्बर को हलेड़ गोदाम पर दबिश दी थी।