थानाधिकारी रामगोपाल चौधरी ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि राकेश और जसोदा में एक साल से अवैध सम्बंध थे। राकेश कुआ खुदाई का ठेके लेता था। करीब एक साल पूर्व राकेश ने मीठू के गांव के निकट ठेका लिया था। वहां जसोदा और मीठूसिंह ने भी मजदूरी की थी। इस दौरान राकेश व जसोदा के बीच प्रेम सम्बंध स्थापित हो गए।
एडवांस ली थी राशि मजदूरी के दौरान मीठूसिंह ने ठेकेदार राकेश से 10 हजार रुपए एडवांस लिए थे। यह मीठूसिंह ने नहीं लौटाई थी। ठेकेदार राकेश ने दम्पती को मजदूरी के बहाने गांव से टोंक जिले के धाड़ में बुलाया था। उसने कहा कि यहां मजदूरी भी मिल जाएगी और बकाया राशि भी उतर जाएगी। वारदात की रात को भी बाइक पर दम्पती को बैठा राकेश घटनास्थल पर लाया था। यहां दोनों ने मीठूसिंह की हत्या कर दी।
उसके बाद बाइक पर जसोदा को गांव तक राकेश छोड़कर आया जबकि खुद धाड़ आ गया। पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद करने का प्रयास कर रही है। मालूम हो, गत 11 दिसम्बर की रात को कुड़ी गांव के निकट विश्रांति गृह में मीठूसिंह की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। शव को घसीट कर निकट खाई में फेंक दिया। सिर कटा शव अगले दिन 12 दिसम्बर को खाई में मिला। इस मामले का रविवार को राजफाश कर प्रेमी और मृतक की पत्नी को गिरफ्तार किया था।