नई दिल्ली मेें परियोजना स्वीकृति समिति की बैठक में यह राशि स्वीकृत कर दी गई है। इस बैठक में आरसीडीएफ के सीएमडी जाकिर हुसैन ने भाग लिया। आरसीडीएफ के उप प्रबंधक जनसंपर्क विनोद गेरा ने बताया कि इससे राज्य के तीन डेयरी संयंत्रों के आधारभूत ढांचे और दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता के विस्तार किया जाएगा।
READ : भूखंड़ मालिकों को भारी पड़ी लापरवाही, जोधपुर नगर निगम ने निरस्त की तीन भूखंड़ों पर भवन निर्माण स्वीकृति प्रदेश के इन जिलों में भी किया जाएगा विस्तार वित्तीय वर्ष 2018-19 और 2019-20 के दौरान चित्तौडगढ़, कोटा और रानीवाडा डेयरी संयंत्रों की दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता का विस्तार किया जाएगा। चित्तौडगढ़ दुग्ध संघ की क्षमता 50 हजार लीटर प्रतिदिन से बढाकर 1.50 लाख लीटर प्रतिदिन की जाएगी। इस पर 19 करोड़ रुपए खर्च होंगे जबकि कोटा दुग्ध संघ की क्षमता को भी प्रतिदिन 50 हजार लीटर से बढाकर 1.50 लाख लीटर किया जाएगा। इस काम पर 13 करोड़ 64 लाख रुपए खर्च होंगे।
READ : Video: बेरहम ड्राइवर का हैवान चेहरा, पहले महिला को पीटा, फिर सरेराह बस से नीचे फेंका रानीवाडा डेयरी संयत्र में बढ़ेगी क्षमता इसी प्रकार रानीवाडा डेयरी संयत्र की वर्तमान क्षमता 1.00 लाख से बढाकर 1.50 लाख की जाएगी। इस काम पर 3 करोड़ 39 लाख खर्च किए जाएंंगे। इसके साथ ही 8.50 करोड़ की लागत से भीलवाड़ा जिले की 207 प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों पर दूध की गुणवत्ता की जाँच के लिए अत्याधुनिक तकनीक युक्त उपकरण लगाए जाएंगे।