भीलवाड़ाPublished: Aug 26, 2023 11:38:34 am
Suresh Jain
- विजन-2030 को लेकर विभिन्न संगठनों ने दिए सुझाव
- वन ,पर्यावरण व आपदा प्रबंधन की जिला स्तरीय चर्चा
भीलवाड़ा. राज्य सरकार के विजन-2030 को लेकर आयोजित एक परिचर्चा में विभिन्न संगठनों की ओर से कई सुझाव दिए गए। भीलवाड़ा टेक्सटाइल हब के साथ अन्य क्षेत्र में भी विकसित करने पर चर्चा हुई।
आसींद के मोड का निम्बाहेड़ा में सिरेमिक जोन बनाया जाए तथा यहां से जाना वाला कच्चा माल स्थानीय स्तर पर काम आ सके। वही पाइप लाइन के माध्यम से उद्योगों को गैस मिले ताकि उन्हें फ्यूल मिल सके। यह बात शुक्रवार को कई उद्यमियों ने वन ,पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग के निर्देश में जिला स्तरीय विजन-2030 पर मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के सभागार में चर्चा में अधिकारियों से कहीं।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रह्मा लाल जाट के निर्देशन में आपदा प्रबंधन टीम के पदाधिकारियों ने भी भाग लियाl राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी विनय कट्टा ने बताया कि परिचर्चा में उप वन संरक्षक गौरव गर्ग तथा चैम्बर महासचिव आरके जैन के सानिध्य में हुई। उद्यमियों ने कहा कि भीलवाड़ा टेक्सटाइल के साथ मिनरल नगरी भी है। यहां सभी तरह के मिनरल है। रेडिमेड का हब बन सकता है। प्रोसेस हाउस से निकलने वाले दूषित पानी को रोकने के लिए योजना बनाई जानी चाहिए। नए प्रोसेस हाउस एक स्थान पर लगे तथा वही पर कॉमन ईफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगे ताकि वहां का पानी वही पर काम आ सकें। बिजली का लगातार संकट आ रहा है। इसके लिए सोलर पर सरकार को योजना बनानी चाहिए। बांधों व जलाशयों में आ रही सिल्ट का उपयोग करके उसकी भराव क्षमता को बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा भी कई सुझाव सामने आए है। परिचर्चा के दौरान महेश कुमार सिंह, रवि चंदेल, कृतिका उपस्थित थे। संचालन हितेश उपाध्याय व जितेन्द्र मीणा ने किया।