scriptसोनियाणा में जमीन मिले तो बने सिरेमिक जोन | Ceramic zones made if we get land in Soniana in bhilwara | Patrika News

सोनियाणा में जमीन मिले तो बने सिरेमिक जोन

locationभीलवाड़ाPublished: Nov 14, 2019 08:12:52 pm

Submitted by:

Suresh Jain

मोड़ के निम्बाहेड़ा में जमीन के हो चुके आदेश, कारोबारी मांग रहे चित्तौड़ रोड पर

Ceramic zones made if we get land in Soniana in bhilwara

Ceramic zones made if we get land in Soniana in bhilwara

भीलवाड़ा।
Ceramic zone औद्योगिक जमीन के अभाव में सिरेमिक जोन विकसित नहीं हो पा रहा है। लिहाजा क्वाट्र्स फेल्सपार उद्योग विकसित नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि सरकार ने रीको को मोड़ का निम्बाहेड़ा में जमीन विकसित करने के आदेश दे रखे हैं लेकिन उद्यमियों व औद्योगिक संगठन चित्तौडग़ढ़ रोड स्थित सोनियाणा में सिरेमिक जोन के लिए जमीन मांग रहे हैं।
Ceramic zone औद्योगिक संगठनों का कहना है कि सोनियाणा औद्योगिक क्षेत्र राष्ट्रीय राजमार्ग 79 के निकट है। सड़क परिवहन अच्छा है। सिरेमिक उद्योग के लिए ईंधन के रुप में गैस चाहिए। गेल इंडिया कोटा से भीलवाडा व चित्तौड़ गैस पाइपलाइन डाल चुकी। इसका भीलवाडा, चित्तौडग़ढ़ भाग सोनियाणा क्षेत्र से निकल रही है। यहां से औद्योगिक व घरेलू उपभोक्ताओं को गैस आपूर्ति कार्य अडानी को दिया जा चुका। एेसे में सिरेमिक उद्योग को गैस आपूर्ति आसानी से हो सकेगी। राजस्थान से कच्चा माल परिवहन की लागत बढने से गुजरात के मोरवी में कई सिरेमिक उद्योग राजस्थान में उद्योग लगाना चाहते है, लेकिन सिरेमिक जोन नही होने से उद्योग नहीं लगा पा रहे।
मेवाड़ में क्वाट्र्स फेल्सपार के भंडार
राज्य में उत्पादित 51.48 लाख टन क्वाट्र्स फेल्सपार में से 24.11 लाख टन यानी 47 प्रतिशत भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर व राजसमन्द जिलों में होता है। भीलवाडा जिले में फेल्सपार के विशाल भंडार हैं लेकिन जिले में ग्राइंडिग उद्योग नहीं पनप पा रहे है। ब्यावर एवं किशनगढ में एक हजार से अधिक क्वाटर्स फेल्सपार ग्राइंडिग उद्योग हैं। इसके लिए कच्चे माल की आपूर्ति भीलवाड़ा से होती है। राजस्थान से क्वाट्र्स फेल्सपार पाउडर गुजरात के सिरेमिक उद्योगों को भेजा जाता है। कच्चा माल की प्रचुरता के बाद भी सिरेमिक उद्योग विकसित नही हो पाया है।
सोनियाणा में है ३६१.५ हैक्टेयर जमीन
भीलवाड़ा सीमा से लगे चित्तौड़़ जिले के सोनियाणा में रीको ने 361.5 हैक्टेयर भूमि औद्योगिक क्षेत्र के लिए अवाप्त की थी। सोनियाणा में 343.23 हैक्टेयर में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। 231.92 हैक्टेयर में औद्योगिक भूखण्ड काटे जा रहे है। यहां तीन तरह के उद्योगों के लिए जमीन चिन्हित की गई। टेक्सटाइल, मार्बल व अन्य उद्योग।
एमडी को लिखा पत्र
जिले में सिरेमिक जोन नहीं है। इसके कारण क्वाट्र्स फेल्सपार उद्योग विकसित नहीं हो पा रहा है। सोनियाणा में रीको की जमीन है। यहां सिरेमिक जोन के लिए जमीन का आवंटन के लिए चेंबर की ओर से रीको के प्रबन्ध निदेशक व सांसद सुभाष बहेडिय़ा को पत्र लिखा है। जमीन मिलने से क्वाट्र्स फेल्सपार उद्योग विकसित हो सकेगा।
आरके जैन, महासचिव मेवाड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इण्डस्ट्री
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