वर्तमान में प्रदेश में करीब 900 थाने हैं। प्रदेश के जिलों के ग्रामीण इलाकों में अधिकांश थानों में उपनिरीक्षक स्तर के थानाधिकारी लगे हैं। राज्य सरकार ने शहर और नगरपालिका स्तर के थानों में ही वृत निरीक्षक स्तर के थानाधिकारी लगा रखे हैं। पिछले दिनों विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी थानों में वृत निरीक्षक को थानाधिकारी लगाने की घोषणा की। निकट भविष्य में सभी थानों में वृत निरीक्षक ही थानाधिकारी लगेंगे।
नहीं चलेगी सिफारिश, करेंगे काम
जानकारों के अनुसार, पिछले लम्बे समय से पुलिस मुख्यालय को उप निरीक्षकों के बारे फीड बैक मिल रहा था। अधिकांश पुलिस अधीक्षकों ने मुख्यालय को फीडबैक दिया था कि ज्यादातर उपनिरीक्षक थानाधिकारी लगना चाहते हैं। इसके लिए वे राजनीतिक सिफारिश भी कराते हैं। किसी उपनिरीक्षक को थानाधिकारी पद से हटाकर थाने में सेकेण्ड आफिसर लगाया जाता है तो फिर वह थाने में काम करना बंद कर देता है। वे थानों में सेकेण्ड अफसर के रूप में काम भी नहीं करना चाहते थे। यदि कोई कुछ कहता तो वे काम नहीं आना कहकर टाल जाते, ऐसे में उच्चाधिकारियों को बहुत मुश्किल हो रही थी। राजनीतिक दबाव के चलते कई थानों में ऐसे उपनिरीक्षक भी लगाने पड़ते, जो काम के मामले में काफी कमजोर रहते। हालांकि अब ये उपनिरीक्षक पुलिस चौकियों में प्रभारी लगने की कोशिश करेंगे।
आलाधिकारियों का मानना है कि अब निरीक्षक स्तर पर थानाधिकारी लगने पर ग्रामीण इलाकों पुलिसिंग अच्छी होगी। उपनिरीक्षक भी अब थानों में सेकेण्ड आफिसर के रूप में काम करेंगे। जो काम नहीं आने का बहाना करते थे, उन्हें भी काम करना होगा।
जिलों में ये है हालात
भीलवाड़ा जिले में 33 थाने हैं। इनमें 15 पर वृत निरीक्षक स्तर के अधिकारी लगे हैं। 18 थानों में उपनिरीक्षक हैं। जिले में कुल 22 वृत निरीक्षक हैं। यदि सभी थानों में वृत निरीक्षक लगाए जाते हैं तो यहां कम से कम 40 निरीक्षकों की जरूरत पड़ेगी। जिले में अभी 92 उपनिरीक्षकों की तुलना में 60 कार्यरत है। चित्तौड़ग़ढ़ में कुल 29 थाने हैं, इनमें 11 थाने वृत निरीक्षक स्तर के हैं। शेष 18 में उपनिरीक्षक लगे हैं। यहां फि लहाल निरीक्षक के 17 पद हैं। सभी थानों में निरीक्षक लगने पर यहां 35 निरीक्षकों की जरूरत होगी। जिले में 76 उपनिरीक्षकों में से 36 पद खाली हैं। प्रतापगढ़ में 14 थानों में से 5 थाने में वृत निरीक्षक लगे हैं। यहां भी भविष्य में 18 से 20 निरीक्षकों की जरूरत रहेगी।
जानकारों के अनुसार, पिछले लम्बे समय से पुलिस मुख्यालय को उप निरीक्षकों के बारे फीड बैक मिल रहा था। अधिकांश पुलिस अधीक्षकों ने मुख्यालय को फीडबैक दिया था कि ज्यादातर उपनिरीक्षक थानाधिकारी लगना चाहते हैं। इसके लिए वे राजनीतिक सिफारिश भी कराते हैं। किसी उपनिरीक्षक को थानाधिकारी पद से हटाकर थाने में सेकेण्ड आफिसर लगाया जाता है तो फिर वह थाने में काम करना बंद कर देता है। वे थानों में सेकेण्ड अफसर के रूप में काम भी नहीं करना चाहते थे। यदि कोई कुछ कहता तो वे काम नहीं आना कहकर टाल जाते, ऐसे में उच्चाधिकारियों को बहुत मुश्किल हो रही थी। राजनीतिक दबाव के चलते कई थानों में ऐसे उपनिरीक्षक भी लगाने पड़ते, जो काम के मामले में काफी कमजोर रहते। हालांकि अब ये उपनिरीक्षक पुलिस चौकियों में प्रभारी लगने की कोशिश करेंगे।
आलाधिकारियों का मानना है कि अब निरीक्षक स्तर पर थानाधिकारी लगने पर ग्रामीण इलाकों पुलिसिंग अच्छी होगी। उपनिरीक्षक भी अब थानों में सेकेण्ड आफिसर के रूप में काम करेंगे। जो काम नहीं आने का बहाना करते थे, उन्हें भी काम करना होगा।
जिलों में ये है हालात
भीलवाड़ा जिले में 33 थाने हैं। इनमें 15 पर वृत निरीक्षक स्तर के अधिकारी लगे हैं। 18 थानों में उपनिरीक्षक हैं। जिले में कुल 22 वृत निरीक्षक हैं। यदि सभी थानों में वृत निरीक्षक लगाए जाते हैं तो यहां कम से कम 40 निरीक्षकों की जरूरत पड़ेगी। जिले में अभी 92 उपनिरीक्षकों की तुलना में 60 कार्यरत है। चित्तौड़ग़ढ़ में कुल 29 थाने हैं, इनमें 11 थाने वृत निरीक्षक स्तर के हैं। शेष 18 में उपनिरीक्षक लगे हैं। यहां फि लहाल निरीक्षक के 17 पद हैं। सभी थानों में निरीक्षक लगने पर यहां 35 निरीक्षकों की जरूरत होगी। जिले में 76 उपनिरीक्षकों में से 36 पद खाली हैं। प्रतापगढ़ में 14 थानों में से 5 थाने में वृत निरीक्षक लगे हैं। यहां भी भविष्य में 18 से 20 निरीक्षकों की जरूरत रहेगी।
जल्दी होगी पदोन्नति
उच्चाधिकारियों का मानना है कि प्रदेश में वृत निरीक्षकों की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार उपनिरीक्षकों को निरीक्षकों के रूप में पदोन्नत करेगी। उम्मीद है कि अगले पांच -छह माह में यह पदोन्नति हो जाएगी।
उच्चाधिकारियों का मानना है कि प्रदेश में वृत निरीक्षकों की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार उपनिरीक्षकों को निरीक्षकों के रूप में पदोन्नत करेगी। उम्मीद है कि अगले पांच -छह माह में यह पदोन्नति हो जाएगी।
जहां कमी, वहां नए भेजेंगे
-गृह विभाग बजट घोषणा के अनुरूप जल्द थानों पर सीआई लगाने के आदेश देगा। जहां निरीक्षकों की कमी है, वहां नए भेजे जाएंगे। प्रदेश में कई सीआई दफ्तरों में बैठे हैं। उनको थानों में लगाया जाएगा। हर थाने में सीआई स्तर का प्रभारी लगाने से कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सीआई स्तर का अधिकारी अनुभवी होता है। उसका व्यवहार और कार्यकुशलता का असर थाने पर नजर आएगा। यहीं वजह है कि हर थाने में सीआई लगाने की घोषणा हुई है।
रूपिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, अजमेंर रेंज
-गृह विभाग बजट घोषणा के अनुरूप जल्द थानों पर सीआई लगाने के आदेश देगा। जहां निरीक्षकों की कमी है, वहां नए भेजे जाएंगे। प्रदेश में कई सीआई दफ्तरों में बैठे हैं। उनको थानों में लगाया जाएगा। हर थाने में सीआई स्तर का प्रभारी लगाने से कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सीआई स्तर का अधिकारी अनुभवी होता है। उसका व्यवहार और कार्यकुशलता का असर थाने पर नजर आएगा। यहीं वजह है कि हर थाने में सीआई लगाने की घोषणा हुई है।
रूपिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, अजमेंर रेंज