राजस्थान पत्रिका ने करीब 7 किलोमीटर तक जगह-जगह नहरी तंत्र के हालात की पड़ताल की तो प्रशासन व जल संसाधन विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आई। हालांकि अभी बांध भराव क्षमता के मुकाबले काफी खाली हैं, लेकिन तेज बरसात एवं सिंचाई के समय जल प्रवाह में दिक्कत से इनकार नहीं किया जा सकता।
नहरी तंत्र के ये हाल - जगह-जगह अतिक्रमण।
- सुरक्षा दीवारें कई जगह टूटी हुई। - नहरों में साफ-सफाई का अभाव। गंदगी से अटी पड़ी।
- नहर के उपरी हिस्से में पाल भी कई जगह से खोखली है, जिससे हादसे का अंदेशा।
- सुरक्षा दीवारें कई जगह टूटी हुई। - नहरों में साफ-सफाई का अभाव। गंदगी से अटी पड़ी।
- नहर के उपरी हिस्से में पाल भी कई जगह से खोखली है, जिससे हादसे का अंदेशा।
- कई जगह से नहर का वजूद ही समाप्त हो चुका है।
- जल प्रवाह क्षेत्र में कई जगह पर आवाजाही के प्रबंध। ------
आसपास के क्षेत्र में परेशानी ज्यादा
अतिक्रमण, गंदगी से अटी नहरों के चलते शहर के आबादी क्षेत्र में जल प्रवाह के दौरान अक्सर परेशानी सामने आती है। मुख्य रूप से आसपास सीपेज की समस्या ज्यादा है। सुरक्षा दीवार टूटने एवं अधिक बरसात में कॉलोनियों में पानी भरता है। बापूनगर के प्रहलाद कुमार बताते है कि नहरों की दशा खराब है। इन्हें जल्द ही ठीक कराने जरूरी हैं।
- जल प्रवाह क्षेत्र में कई जगह पर आवाजाही के प्रबंध। ------
आसपास के क्षेत्र में परेशानी ज्यादा
अतिक्रमण, गंदगी से अटी नहरों के चलते शहर के आबादी क्षेत्र में जल प्रवाह के दौरान अक्सर परेशानी सामने आती है। मुख्य रूप से आसपास सीपेज की समस्या ज्यादा है। सुरक्षा दीवार टूटने एवं अधिक बरसात में कॉलोनियों में पानी भरता है। बापूनगर के प्रहलाद कुमार बताते है कि नहरों की दशा खराब है। इन्हें जल्द ही ठीक कराने जरूरी हैं।
फैक्ट फाइल - मेजा बांध - यह कोठारी नदी पर है
- 1957 बांध का निर्माण - 97.34 लाख रुपए आई थी लागत
- 30 फीट क्षमता का बांध - 14 फीट पेयजल के लिए रिजर्व
- 3 हजार हैक्टेयर में होती है सिंचाई
- 1957 बांध का निर्माण - 97.34 लाख रुपए आई थी लागत
- 30 फीट क्षमता का बांध - 14 फीट पेयजल के लिए रिजर्व
- 3 हजार हैक्टेयर में होती है सिंचाई
-125 एनीकट कैचमेंट एरिए में
- वर्ष 2016 में हुआ था बांध लबालब
- 25.95 किलोमीटर की दूरी तय करती हुई रूपाहेली सुवाणा तक जाती है दाईं मुख्य नहर शहर से होते हुए - 36.40 किलोमीटर की दूरी तय कर महुवा खूर्द बनेड़ा तक जाती है बाईं मुख्य नहर मांडल से होते हुए
- 7 फीट 3 इंच पानी वर्तमान में
- वर्ष 2016 में हुआ था बांध लबालब
- 25.95 किलोमीटर की दूरी तय करती हुई रूपाहेली सुवाणा तक जाती है दाईं मुख्य नहर शहर से होते हुए - 36.40 किलोमीटर की दूरी तय कर महुवा खूर्द बनेड़ा तक जाती है बाईं मुख्य नहर मांडल से होते हुए
- 7 फीट 3 इंच पानी वर्तमान में
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सवाल
जिले के खस्ताहाल नहरी तंत्र के लिए कौन जिम्मेदार हैं। जल प्रवाह के दौरान बड़ी परेशानी खड़ी न हो इसके लिए क्या किया जा सकता हैं। क्यूआर कोड़ स्कैन कर अपने सुझाव दें।
सवाल
जिले के खस्ताहाल नहरी तंत्र के लिए कौन जिम्मेदार हैं। जल प्रवाह के दौरान बड़ी परेशानी खड़ी न हो इसके लिए क्या किया जा सकता हैं। क्यूआर कोड़ स्कैन कर अपने सुझाव दें।