जवाब: आरएसी के अधीन महाराणा प्रताप बटालियन है और इसका मुख्यालय प्रतापगढ़ में है। भीलवाड़ा में बटालियन की तीन कम्पनी शांति एवं कानून व्यवस्था तथा कोरोना संक्रमण से बनी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात है। तीनों कम्पनी उनकी अगुवाई व जिला पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर के मार्ग निर्देश मे काम कर रही है।
जवाब: तीनों कम्पनी के ३७५ जवान कोरोना फाइटर्स के रूप में काम कर रहे है। भीलवाड़ा शहर में पुलिस के चेक पोस्ट, सीमाओं की पोस्ट पर कोरोना फाइटर्स के रूप में मुस्तैद है। मांडल, जहाजपुर व गुलाबपुरा में भी जवान सुरक्षा व्यवस्था संभाले है। कुछ जवान आठ आठ घंटे की ड््यूटी कर रहे तो कई जवान १२-१२ घंटे भी पुलिस जाप्ते के साथ मुस्तैद है। आठ-आठ घंटे की तीन व बारह-बारह घंटे की दो शिफ्ट बनी हुई है।
जवाब: भीलवाड़ा में राजकीय पॉलोटेक्निल कॉलेज में पंचायत चुनाव की मतपेटियां व ईवीएम जिला निर्वाचन विभाग के स्ट्रांग रूम में रखी हुई है। यहां भी आरएसी के जवान मतपेटियों की सुरक्षा में तैनात है।
जवाब: तीनों कम्पनी के कार्यालय अलग-अलग है, दो कम्पनी के कार्यालय रिजर्व पुलिस लाइन में है तो एक कम्पनी कार्यालय पटेलनगर में है। प्वाइंट पर तैनात जवानों का खाना वहां तक पहुंचाया जाता है, जबकि शेष कार्यालय परिसर स्थित मैस में ही भोजन करते है। मैस में लांगरी शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाते है। रोजाना सुबह दाल व रायता व शाम को हरी सब्जी मिलती है। सोमवार, बुधवार व शनिवार को हलवा व खीर पुड़ी खाने में दी जाती है।
जवाब: कम्पनी में विभिन्न जिलों के जवान शामिल है, ये सभी भीलवाड़ा में खुश है, पुलिस जाप्ते के साथ ही जिले की जनता भी पूर्ण सहयोग कर रही है। कोरोना वारियर्स के रूप में पुलिस जाप्ते के साथ हो रहे सम्मान से जवानों का जोश एवं उत्साह दुगना हुआ है।
जवाब: आरएसी बटालियन की स्थापना के लिए शहर में दो स्थलों पर राज्य सरकार ने जमीन आवंटित कर रखी है। बटालियन स्थापना के लिए सांगानेर क्षेत्र स्थित महुआ के सांकरिया खेड़ा में सौ बीघा जमीन आवंटित है। इसी प्रकार जोधडास ग्राम पंचायत क्षेत्र में सात बीघा जमीन आवंटित है।
जवाब: आरएसी ने आवंटित जमीन को कब्जे में ले रखा है, यहां आवंटित क्षेत्र पर चौकसी रखने के लिए गार्ड के रूप में एक हैडकांस्टेबल व कांस्टेबल को तैनात कर रखा है। यहां चहारदीवारी या तारबंदी के लिए राज्य सरकार को लिखा गया है, बटालियन की स्थापना के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष विचाराधीन है।
जवाब: आरएसी बटालियन की स्थापना की स्थिति में भीलवाड़ा जिले को सुरक्षा व्यवस्था के लिहाजे से और मजबूती मिलेगी। एक में बटालियन में अधिकारी व जवानों समेत कुल नफरी ८०० की होगी। इनमें एक एसपी, एएसपी, आठ डिप्टी, छह कम्पनी कमाण्डर, पच्चीस प्लाटून कमाण्डर,१३९ हैड कांस्टेबल,६३९ कांस्टेबल तथा २४ सहायक कर्मचारी की तैनाती होगी।