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वाणिज्यिक कर विभाग का खुलासा: खरीद-बेचान में फर्जीवाड़ा पकड़ा, 575 व्यापारी तलब, व्यापारियों में हड़कम्प

locationभीलवाड़ाPublished: Feb 12, 2019 01:11:09 am

Submitted by:

tej narayan

वाणिज्यिक कर विभाग ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। विभाग ने कई ऐसे मामले पकड़े हैं, जिसे अधिकारी भी समझ नहीं सके।

Commercial tax department disclosure: in bhilwara

Commercial tax department disclosure: in bhilwara

भीलवाड़ा।

वाणिज्यिक कर विभाग ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। विभाग ने मुख्यालय स्तर पर कई ऐसे मामले पकड़े हैं, जिसे अधिकारी भी समझ नहीं सके। व्यापारियों ने जीएसटी चोरी के कई रास्ते निकाल लिए हैं। भीलवाड़ा सहित प्रदेश के व्यापारियों व बायर (खरीदार) के बीच टैक्स चोरी का खेल चल रहा है। कई व्यापारियों का वार्षिक टर्न ओवर तीन से पांच करोड़ रुपए है, लेकिन व्यापारियों ने विभाग की कम्पोजिशन स्कीम में पंजीयन करा रखा है। विभाग ने कई व्यापारियों का खुलासा किया है, जिनका टर्नओवर असामान्य तौर पर बढ़ा है।
विभाग ने भीलवाड़ा जोन के 575 व्यापारियों की सूची यहां भेजी और व्यापारियों पर कार्रवाई करने को कहा है। इस जोन में भीलवाड़ा के अलावा चित्तौडग़ढ़, प्रतापगढ़ तथा राजसमन्द जिले शामिल हैं। नोटिस अप्रेल से दिसम्बर के बीच पाई गड़बड़ी के आधार पर तैयार किए गए हैं। उपायुक्त प्रशासन को इनकी रिपोर्ट एक सप्ताह में देने को कहा है।
ऐसे हुआ खेल
मुख्यालय से मिली सूची से कई चौंकाऊ खुलासे हुए हैं। इनमें प्रमुख रूप से एक व्यापारी ने दूसरे को माल बेचना बताया तथा उसके नाम से बिल बना रखा है लेकिन दूसरे ने उस माल को अपने खाते में खरीदना नहीं बताया। कम्पोजिशन योजना की छूट का लाभ लेने को कई व्यापारियों ने अपना टर्न ओवर कागजों में एक करोड़ बता रखा है जबकि व्यापार तीन से पांच करोड़ रुपए के बीच है।
कम्पोजिशन स्कीम पहले ७५ लाख पर थी, जिसे बढ़ाकर एक करोड़ किया। केन्द्र ने अपने बजट में इसे डेढ़ करोड़ कर दिया है। इसके अलावा छह माह से अधिक रिटर्न नहीं भरने, अप्रेल 2018 से रिटर्न दाखिल नहीं करने, ई-बे बिल जनरेट तो किए लेकिन रिटर्न नहीं भरा, 25 लाख से अधिक का आईटीसी क्लेम जैसी खामियां भी मिली है। व्यापारी अपना टर्नओवर कई गुना अधिक दिखा रहे है। एक माह में 25 लाख की बिक्री बताई तो अगले माह लगभग पौने तीन करोड़ की बिक्री बता दी। व्यापार शुरू करने के साथ या पंजीयन के साथ ही टर्नओवर4 से 5 करोड़ बता दिया। विभाग का मानना है कि जिनके वैट के अंतिम रिटर्न में जो आईटीसी बताया था, जीएसटी के नए रिटर्न में 50 हजार से 5 लाख तक के मिस मैच सामने आए है।
जांच में 2 करोड़ का जुर्माना
ग्रोथ सेन्टर स्थित श्री नारायणी टोर कम्पनी को रिटर्न नहीं भरने में डिफाल्टर मानते हुए जांच के बाद 2 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूल किया है।

इनमें मिली असामान्य वृद्धि
विभाग ने टर्न ओवर में एकाएक वृद्धि पर नितिन स्पिनर्स, ओसवाल पोल प्राइवेट लिमिटेड, जानकी कॉर्प लिमिटेड, न्यू टेक ग्लोबल लि., पोद्दार यार्न, रंजन फेब्रिक्स, रोलेक्स प्रोसेसर्स, तिरुपति एंटरप्राइजेज, रोनक प्रोसेसर्स, बल्दवा टेक्स प्रा. लि., जेंटलमैन शूटिंग प्राइवेट लिमिटेड, लग्नन स्पिनटेक्स लि., रामकुमार टेक्स, श्री अलोय प्राइवेट लिमिटेड, सोना प्रोसर्स, आकाश गंगा मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड, मनोमय टेक्स इंडिया लिमिटेड, श्रीजी टेक्सटाइल, सर्वोदय इंडिया लिमिटेड, स्वराज शूटिंग, समर्पण टेक्सटाइल, बालाजी यार्न, आस्था टेक्स फेब आदि कंपनियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
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