BJP bhilwara यह बात भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण डाड ने शनिवार को प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले घोषणा की थी कि पार्षद ही चेयरमैन का चुनाव करेंगे। सरकार में आते ही मुख्यमंत्री ने इसे लागू भी कर दिया था। अब सरकार ने स्वायत्त शासन मंत्री की जिद के आगे अपना फैसला बदल दिया है। केबिनट से चर्चा किए बिना और विधानसभा में रखे बिना ही नया कानून थोप दिया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से उप मुख्यमंत्री सहित सरकार के कई मंत्री भी सहमत नही हैं। पार्षद बने बिना कोई भी व्यक्ति निकाय प्रमुख कैसे बन सकता है। नगर निगम में दो महापौर का निर्णय भी अनुचित है।
डाड ने कहा, यह निर्णय कानून का मजाक है। कानून बनाने का काम विधानसभा करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अकेले बना रहे हैं। चुनाव पार्लियामेन्ट्री व प्रेसिडेंसियल सिस्टम से होते हैं। पार्लियामेन्ट्री में सांसद, विधायक या पार्षद होते नेता चुनते हैं। प्रेसी डेंसियल में पब्लिक सीधे नेता चुनती है। सरकार इन दोनों प्रणाली से चुनाव नहीं कराकर चेयरमैन की सीट पर अपने व्यक्ति को बिठाना चाहती है। यह आम जनता पर कुठाराघात व राजनीतिक पराजय है। इस दौरान जिला महामंत्री प्रशांत मेवाड़ा, राकेश पाठक, लादूलाल तेली, डॉ. राजासाद वैष्णव, प्रवक्ता कैलाश सोनी उपस्थित थे।
डाड ने कहा, यह निर्णय कानून का मजाक है। कानून बनाने का काम विधानसभा करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अकेले बना रहे हैं। चुनाव पार्लियामेन्ट्री व प्रेसिडेंसियल सिस्टम से होते हैं। पार्लियामेन्ट्री में सांसद, विधायक या पार्षद होते नेता चुनते हैं। प्रेसी डेंसियल में पब्लिक सीधे नेता चुनती है। सरकार इन दोनों प्रणाली से चुनाव नहीं कराकर चेयरमैन की सीट पर अपने व्यक्ति को बिठाना चाहती है। यह आम जनता पर कुठाराघात व राजनीतिक पराजय है। इस दौरान जिला महामंत्री प्रशांत मेवाड़ा, राकेश पाठक, लादूलाल तेली, डॉ. राजासाद वैष्णव, प्रवक्ता कैलाश सोनी उपस्थित थे।