READ: ऑटो चालकों में झगड़ा, मारपीट में गई चालक की जान रायरा के 75 वर्षीय जयराम बलाई का शव अंत्येष्टि के लिए आसींद रोड पर स्थित शिव मंदिर के पास ही श्मशान घाट पर ले जा रहे थे। इस दौरान पास ही स्थित भूमि के मालिक मेवाराम गुर्जर सहित गुर्जर समाज के लोग वहां आ गए। उन्होंने श्मशान की भूमि निजी खातेदारी की बताकर शव यात्रा रोक दी। गुर्जर एवं बलाई समाज के लोग मौके पर जमा हो गए। सूचना पर शंभूगढ़ थाने से एसआई भंवर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन मेवाराम और अन्य लोग नहीं माने। मौके पर ही आसींद तहसीलदार रामनिवास मीणा एवं गुलाबपुरा पुलिस उपाधीक्षक अमृतलाल जीनगर मौके पर पहुंचे।
READ: रेलवे ट्रेेक की सुरक्षा में लगे होमगार्ड का शव बीस फीट गहरे गड्ढे में मिला बलाई समाज के एवं गुर्जर समाज के लोगों को बिठाकर आपसी समझाइश का प्रयास किया। इस बीच स्थानीय पटवारी कैलाश चंद्र को विवादित जमीन नापने के निर्देश दिए। मौके पर ही पटवारी ने जमीन नापकर श्मशानघाट के लिए आवंटित जमीन से ही रास्ता खोला। इसके बाद दोनों पक्षों की सहमति से श्मशान के लिए आवंटित भूमि में वृद्ध का अंतिम संस्कार किया गया।इस प्रकार प्रशासनिक अधिकारियों के बाद मामला शांत हुआ और मृतक जयराम बलाई का श्मशान घाट में शांति पूर्वक दाह संस्कार किया गया।