script15 माह में 1057 बच्चों पर कोरोना का हमला | Corona attack on 1057 children in 15 months in bhilwara | Patrika News

15 माह में 1057 बच्चों पर कोरोना का हमला

locationभीलवाड़ाPublished: Jun 14, 2021 10:31:41 am

Submitted by:

Suresh Jain

तीसरी लहर की आशंका, तैयारी में जुटा विभाग

15 माह में 1057 बच्चों पर कोरोना का हमला

15 माह में 1057 बच्चों पर कोरोना का हमला

भीलवाड़ा।
चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। इसमें बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होने की अटकलें हैं। इसे लेकर प्रशासन तैयारी में जुटने का दावा कर रहा है। हालांकि बीते १५ माह (१९ मार्च २०२० से १३ जून २०२१ तक) यानी ५२५ दिन में भीलवाड़ा के एमजीएच में १८ वर्ष से कम उम्र के सैकड़ों बच्चे पहुंचे थे। कुल मरीजों की बात की जाए तो कुल संक्रमित व उपचाररत मरीजों की संख्या १८ हजार ६०० रही। हालांकि दो लहर में कुल मरीजों के केवल ३ फीसदी बच्चे ही कोरोना संक्रमित हुए।
कोरोना का सबसे तेज हमला वर्ष २०२० में अगस्त, सितम्बर व अक्टूबर में हुआ। दूसरी लहर में तेजी इस अप्रेल व मई माह में दिखी। पिछले १५ माह में कोरोना से १०५७ बच्चे संक्रमित हुए। इस वर्ष दूसरी लहर अप्रेल व मई में १८ हजार ६०० कुल मरीजों में से ५४५ बच्चे संक्रमित सामने आए।
आगे की ये तैयारी
एमजीएच में ५० व एमसीएच में ४० बेड का अलग से बच्चों का वार्ड तैयार किया गया। इन पर ऑक्सीजन सुविधा हैं। ६० ऑक्सीजन कंसंट्रेटर अतिरिक्त लगाए गए। बच्चों की ओपीडी में कोविड एंटीजन टेस्ट शुरू किए गए। इसमें एक भी बच्चा संक्रमित नहीं मिला। एनआईसीयू व पीआईसीयू बाल चिकित्सालय में उपलब्ध है। बच्चों की दवा मंगवा ली।
जिले की स्थिति
कुल ६७ वेंटिलेटर है। आईसीयू बेड बढ़ाए गए। जिले में 650 से अधिक आक्सीजन कंसट्रेंटर है। हर विधानसभा क्षेत्र में एक ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है। एमजीएच में 90 सिलेण्डर का ऑक्सीजन प्लांट है। 35 सिलेण्डर का प्लांट और शुरू हो चुका है। 400 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता का प्लांट तैयार है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंसट्रेंटर उपलब्ध कराए गए है। ऑक्सीजन प्लांट की तैयारी है। बच्चों का 50 बेड का एनआईसीयू वार्ड अलग से बनाया।
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बेड व ऑक्सीजन की मारामारी नहीं हो, इसलिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। किसी भी बच्चे व अभिभावकों को परेशानी नहीं हो। इसके लिए वार्ड तैयार कर लिए। ऑक्सीजन के प्लांट तैयार है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कोई कमी नहीं है। वेंटिलेटर को भी बच्चों के लिए तैयार कर रहे हैं।
डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक एमजीएच
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