कोरोना: अब न कंटेनमेंट जोन और न कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग
भीलवाड़ाPublished: Sep 16, 2020 11:11:19 am
नहीं हो रही है पूरी मॉनिटरिंगभारी पड़ सकती है प्रशासन की ढिलाई
Corona: Now neither Containment Zone nor Contact Tracing in bhilwara
भीलवाड़ा।
जिले में कोरोना संक्रमण के लिहाज से स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। अब आंकड़ा पांच हजार होने में हैं। जहां शुरुआत में छह केस पर पूरे जिले में लॉकडाउन था। अब प्रतिदिन दो सौ से तीन सौ केस प्रतिदिन आने लगे हैं। लेकिन इसकी गंभीरता को खत्म कर दिया है। हालात यह है कि 50 पार की उम्र के लोगों की ज्यादा मौतें हो रही है। प्रशासन का दावा है कि यह मौतें उनकी हो रही है जिनको कोई अन्य बीमारी है। हकीकत यह है कि कोरोना संक्रमण की वजह से मौत होने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ रही है। लॉकडाउन के दौर में ज्यादा सख्ती थी लेकिन अब प्रशासन ने भी इसमें ढिलाई बरतना शुरू कर दिया है। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हो या फील्ड सर्वे। कंटेनमेंट जोन के लिए भी जो गाइडलाइन की पालना होनी चाहिए वे नहीं हो रही है।
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01-कंटेनमेंट जोन
उपखण्ड अधिकारी रिया केजरीवाल की ओर से हर दिन सख्त निषेज्ञाधा के आदेश तो निकल रहे है, लेकिन यह आदेश मात्र कागजी बनकर रह गए है। उपखण्ड अधिकारी आदेश निकाल कर अपने कार्य की इतिश्री कर रही है। लेकिन कहीं भी कंटेनमेंट जोन नहीं बन रहा है। जिरो मोबीलिटी अब हीं रही है। लोग घरों से बाहर निकल रहे है।
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02-कान्टेक्ट ट्रेसिंग
कोरोना संक्रमित की सूचना मिलने पर चिकित्सा विभाग की आरआरटी टीम पूरी मुस्तैदी के साथ मरीज को लाने व अस्पताल में भर्ती करने के साथ उसकी हिस्ट्री तक लेते थे। लेकिन वह अब बन्द हो गई है। इसके कारण अब यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि आखिर कौनसा व्यक्ति किसके सम्पर्क में आने से संक्रमित हुआ है।
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03-फील्ड सर्वे
चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना संक्रमित की सूचना मिलने के साथ ही उस क्षेत्र में फिल्ड सर्वे करवाया जाता था। लेकिन अभ तो एक ही परिवार में पांच से सात लोग कोरोना संक्रमित आने या एक ही मोहल्ले में दो से तीन घरों में संक्रमित निकलने के बाद भी इस काम को अंजाम नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण अब यह जानकारी भी नहीं मिल रही है कि किस घर में कौन बीमार है।
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04- सख्ती
जिला प्रशासन ने २० मार्च को एक साथ ६ मरीज सामने आते ही शहर व जिले में कफ्र्यू लागू कर दिया था। लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। उसके बाद भी बाजार खुलने के बाद शाम ६ बजे बाजार बन्द कराने व रात ९ से सुबह ५ बजे तक कफ्र्यू लागू था वह सब अब हटा दिया गया है। जिला प्रशासन अब पूरी तरह से लापरवाह हो गया है। इसी का फायदा आम लोग उठा रहे है।
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05-जनता लापरवाह
कोरोना संक्रमित की मौत पर २० जने शामिल होने की छूट है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में सौ से दो सौ लोग शामिल हो रहा है। उठावने में बड़ी संख्या में लोग आ रहे है। गांवों में १२ दिन तक बैठके हो रही है। १३ दिन भोज के आयोजन में बड़ी संख्या में लोग आ रहे है। कई सामाजिक आयोजनों में २०० से ३०० लोग आते है। इन्हें रोकने वाला अब कोई नहीं है। आमजनता अब पूरी तरह से लापरवाह हो गई है।