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कोरोना पॉजिटिव आए भाईयों की कलाई पर बहिने नहीं बांध सकी राखी

locationभीलवाड़ाPublished: Aug 03, 2020 10:34:32 pm

Submitted by:

Suresh Jain

आरआरटी प्रभारी की तीनों बहने अपने घर लौटी

Corona positive could not tie Rakhi on brothers wrist in bhilwara

Corona positive could not tie Rakhi on brothers wrist in bhilwara

भीलवाड़ा .

कोरोना संक्रमण की चपेट में आए लोगों को मजबूत रिश्तों को भी दूर कर दिया है। हर साल भाई की कलाई पर राखी बांधने वाली बहनें कोरोना संक्रमण के कारण राखी नहीं बांध पाई है। कोरोना संक्रमित निकले लोगों को महात्मा गांधी चिकित्सालय, महाप्रज्ञ भवन, यश विहार, विद्यासागर वाटिका, अग्रवाल भवन, सुवाणा रोड़ स्थित आयुष भवन में भर्ती कर रखा है। ऐसे में इनकी बहिने अपने भाई की कलाई पर राखी तक नहीं बांध सकी है। निराश बहनों ने अपने भाइयों की लम्बी उम्र की कामना की है। वही आरआरटी प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला के भी कोरोना संक्रमित आने की सूचना मिलने पर उनकी तीन बहिने पुन: अपने घर लौट गई है। एक ***** तो उदयपुर से आ रही थी।
३०० से अधिक कोरोना संक्रमित भर्ती
कोरोना संक्रमित हुए करीब ३०० मरीज अब भी अस्पताल सहित अन्य स्थानों पर भर्ती है। इनमें भाई है तो कुछ बहिनें भी है। ऐसे में कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे भाई-बहन रक्षाबंधन पर्व अस्पताल में भी नहीं मना सके। यहां भर्ती मरीज दिन भर अपनी ***** की राह देखते रहे तो कभी अपने हाथों की कलाई को लेकिन कोई भी उनकी कलाई पर रक्षा सूत्रा बांधने के लिए कोई नहीं आया। बहिनों का कहना है कि भाई जब भी स्वस्थ होकर घर पहुंचेंगे तब भाई की कलाई पर अपना रक्षा सूत्र जरूर बांधेंगी। कोरोना की मजबूरी के बीच त्योहार के उत्साह से लवरेज यह बात डॉ. चावला की बहिनों ने कही है। चावला की एक ***** डाक्टर है जिसका नाम बबीता चावला, नर्बदा देवी खोईवाल तथा ममता खोईवाल है।
वीडियो कॉलिंग पर हुई बहिनों से बात
डॉक्टर चावला का कहना है वह अपनी तीनों बहिनों से वीडियो कॉलिंग से बात की है। तीनों को बाद में स्वस्थ्य होकर घर लौटने पर राखी बांधने की बात कहीं है। चावला ने यह भी कहा कि उन्होंने सभी तरह की जांच करवा ली है। सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उन्हें किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है। वह पूरी तरह से स्वस्थ है। चावला का कहना है कि यह स्थिति भीलवाड़ा की ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान व देश की है। हालांकि कुछ स्थानों पर नर्सिग स्टाफ ने ही पीर्पी कीट पहनकर मरीजों को राखी बांधी है।

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