सावों पर कोरोना का साया, नाइट कफ्र्यू ने बढ़ाई परेशानी
शादी का कार्ड मोबाइल में रखने की दे रहे सलाह
Corona’s shadow over Savoy, night curfew increased problem in bhilwara
भीलवाड़ा।
इस साल कोरोना ने अप्रेल से जून तक शादियों पर पाबंदी रखी। लॉकडाउन के कारण शादियां नवंबर-दिसंबर तक टाल दी गई और बुधवार से देवउठनी एकादशी से सावे शुरू हो गए। वह भी पाबंदियों के बीच। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर का साया बरकरार है। इधर, रात ८ से सुबह ६ बजे कफ्र्यू ने शादी समारोह वाले घरों के लिए परेशानी पैदा कर दी है।
गाइडलाइन में शादी में आने-जाने, मेडिकल जरूरत और यात्रियों को पूरी तरह छूट दी है लेकिन शादी के घरों में कई लोग निमंत्रण पत्र बांट चुके, जिनमें प्रीतिभोज रात ७ बजे से लिख दिया। वे अब असमंजस में हैं कि समय में बदलाव करें या नहीं कि आने वाले लोगों को परेशानी न उठानी पड़ी। मैरिज गार्डन व हॉल में भी देर रात शादी की रस्में व फे रे होते हैं। विवाह कराने वाले पंडित, केटरिंग व हलवाई आदि को भी देर रात घर लौटना होगा। एेसे में कई लोगों ने इन परेशानियों का विकल्प निकालते मेहमानों की लिस्ट छोटी कर दी है तो कई दिन में भोज का प्लान कर चुके हैं। इससे किसी को परेशानी न हो। कई लोगों ने मेहमानों को शादी का कार्ड मोबाइल में ही सेव रखने को कहा है ताकि किसी तरह की परेशानी आने पर वे कार्ड दिखा सकें।
स्वागत का बदला तरीका
शादी के घरों में भी कोरोना का डर है। बाहर से मेहमान आएंगे। अब मेहमानों के स्वागत का तरीका बदल गया। कई लोग बारातियों का स्वागत मास्क व सैेनिटाइजर्स से करेंगे तो कुछ ने बाराती व मेहमानों के लिए कंघी, तेल, साबुन व अन्य जरूरत के सामान के साथ मास्क व सैनिटाइजर्स भी रखे हैं।
तैयारियों मेंयह बदलाव
– राकेश आर्य के वेटे ऋषभ की शादी ३० नवंबर को है। उन्होंने मेहमानों की संख्या पहले ही सीमित कर दी। प्रीतिभोज में आने वालों को शादी का कार्ड अनिवार्य रूप से लाने या फोटो साथ रखने का वॉट्सएप पर संदेश दिया है ताकि किसी को लौटते समय परेशानी न हो।
– रामअवतार अग्रवाल के बेटे की बारात दूसरे शहर जाएगी। जहां बारात जाएगी, वहां भी नाइट कफ्र्यू है। एेसे में उन्होंने बारातियों को समय का पूरा ध्यान रखने की हिदायत दी। बारातियों की संख्या और घटा दी ताकि समय पर पहुंच सकें।
-बुधावर को बेटी के हाथ पीले करने जा रहे किशनलाल ने कोरोना को देखते शादी स्थल पर व्यवस्था बदलवाई है। मेहमानों को सैनिटाइजर्स अनिवार्य रूप से दिए हैं। रिसेप्शन रात के बजाय दिन में होगा ताकि किसी को परेशानी न हो।