पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे किसी की सोशल साइट खोलकर उसकी प्रोफाइल चुरा लेते थे। फर्जी आइडी बनाकर प्रोफाइल उसमें डाल देते थे, जबकि फर्जी सिम नम्बर आरोपियों के होते थे।
पकड़ा गया नाइजीरियाई व्यक्ति शक्ल-सूरत ठीक नहीं होने से किसी अच्छी शक्ल वाले विदेशी व्यक्ति का फोटो प्रोफाइल में लगा देते थे। सोशल साइट पर ठगी के लिए हाई प्रोफाइल महिलाओं को तलाशकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे।
महिलाओं को सोशल साइट पर फ्रेंड बनाकर आरोपी खुद को लंदन निवासी बताकर अंग्रेजी में बातचीत करता था। आरोपी ने सेवानिवृत्त शिक्षिका को अपने घर-परिवार के बारे में बताया और उसकी भी जानकारी ले ली। उसने अपनी पत्नी रोजलिन से भी बात करइवाई। इससे महिला को उस पर विश्वास हो गया। ठगी की शिकार हुई सेवानिवृत्त शिक्षिका से 28 जून को दोस्ती हुई थी। इसके करीब एक पखवाड़े बाद 20 जुलाई तक 43 लाख रुपए ठग लिए।
पीडि़ता गिफ्ट के झांसे में डबोक हवाई अड्डे पर पहुंची। वहां आरोपी ने अपनी पत्नी रोजलिन से बात करवाई और उसे कस्टम अधिकारी बताते हुए कस्टम शुल्क के चार लाख चुकाने को कहा। चार लाख खाते में डालने के बाद भी उसे गिफ्ट नहीं दिया। यह कहा गया कि गिफ्ट में डॉलर है। उसे हवाई अड्डे पर बक्से की स्केनिंग की कॉपी सोशल मीडिया पर भेजी और राशि डालने का कहा। आरोपी ने कहा कि वह लंदन से मिलने भारत आया है। वह मुम्बई पहुंच गया, लेकिन कस्टम वालों ने पकड़ लिया। उसे छुड़वाने के लिए राशि देनी होगी। तब तक महिला 43 लाख रुपए दे चुकी थी। इसके बाद भी आरोपी ने और राशि मांगते हुए कहा कि उसे वापस लंदन भेज रहे हैं। उसने चोरी की प्रोफाइल के हवाई जहाज के पुराने फोटो भेज दिए। इधर, ४३ लाख रुपए देने के बाद आरोपी ने बात करना बंद कर दिया और महिला को अनफ्रेंड कर दिया। इस पर उसे ठगी की आशंका हुई। अपनी सेवानिवृत्ति पर मिली सारी राशि गंवाने के बाद वह रिपोर्ट लेकर कोतवाली पहुंची।
रिटायर शिक्षिका ने सोशल साइट पर वीडियो कॉलिंग के लिए कहा था, लेकिन बार्थोलोम्यू ने वीडियो कॉलिंग पर चेहरा सामने आने पर पोल खुलने के डर से वीडियो कॉलिंग से इनकार कर दिया। उसने कहा कि वह भारत आकर ही मिलेगा।
हाई प्रोफाइल जिंदगी ठगी की राशि से आरोपी एेश की जिंदगी जी रहे थे। नाइजीरिया निवासी बार्थोलोम्यू कच्चा मांस खाता है। उसे अच्छे कपड़े पहनने, महंगी शराब पीने, फिल्में देखने का शोक है। कुछ राशि वह अपने माता-पिता को भी भेजता था। पुलिस ने जिस नम्बर को टे्रस कर मोबाइल लोकेशन निकाली। कोतवाली से छह जनों की टीम दिल्ली गई। वहां दिल्ली पुलिस के दो जवानों को साथ लेकर बार्थोलोम्यू को पकड़ा तो वह काबू में नहीं आया। उसने पुलिस से जमकर हाथापाई की। बमुश्किल उसे दबोचा गया।
खुलासे का पहला मामला, पुरस्कृत होगी टीम
सोशल साइट पर किसी भी अनजान व्यक्ति को न तो फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजें और न ही स्वीकार करें। उसे बैंक खाते और एटीएम पिन के बारे में कोई जानकारी नहीं दें। कई विदेशी कुछ लोग इस तरह की ठगी में लगे हुए हैं।