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भीलवाड़ा

बिजनेस वीजा से आया भारत, देश में खोल दी ठगी की दुकान

गैंग में बारह जने शामिल, फर्जी सिम और आइडी से करते थे ठगी

भीलवाड़ाOct 16, 2019 / 01:59 am

mahesh ojha

Couple arrested for fraud in bhilwara

Couple arrested for fraud in bhilwara

भीलवाड़ा।

सेवानिवृत्त शिक्षिका से ठगी में कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ा नाइजीरिया निवासी बार्थोलोम्यू दिल्ली में गैंग चला रहा था। वह जनवरी में बिजनेस वीजा लेकर भारत आया था। यहां आकर उसने ठगी की दुकान ही खोल दी। जनवरी से लेकर सितम्बर तक नौ माह में 50 से अधिक वारदात में करोड़ों रुपए अपने खाते में डलवाए। कई राज्यों में वारदात करने के बाद भी वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। उसका अगले साल मई तक का वीजा है। अब तक ऑनलाइन ठगी में लिप्त 12 जनों के नाम सामने आए हैं। इधर, सेवानिवृत्त 62 वर्षीय शिक्षिका से ठगी गई 43 लाख रुपए की राशि बरामद करने के पुलिस टीम दिल्ली भेजी गई है।
यह था ठगी का तरीका
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे किसी की सोशल साइट खोलकर उसकी प्रोफाइल चुरा लेते थे। फर्जी आइडी बनाकर प्रोफाइल उसमें डाल देते थे, जबकि फर्जी सिम नम्बर आरोपियों के होते थे।
दूसरे की फोटो अपलोड
पकड़ा गया नाइजीरियाई व्यक्ति शक्ल-सूरत ठीक नहीं होने से किसी अच्छी शक्ल वाले विदेशी व्यक्ति का फोटो प्रोफाइल में लगा देते थे। सोशल साइट पर ठगी के लिए हाई प्रोफाइल महिलाओं को तलाशकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे।
एक माह तक की बातें, फिर बुना जाल
महिलाओं को सोशल साइट पर फ्रेंड बनाकर आरोपी खुद को लंदन निवासी बताकर अंग्रेजी में बातचीत करता था। आरोपी ने सेवानिवृत्त शिक्षिका को अपने घर-परिवार के बारे में बताया और उसकी भी जानकारी ले ली। उसने अपनी पत्नी रोजलिन से भी बात करइवाई। इससे महिला को उस पर विश्वास हो गया। ठगी की शिकार हुई सेवानिवृत्त शिक्षिका से 28 जून को दोस्ती हुई थी। इसके करीब एक पखवाड़े बाद 20 जुलाई तक 43 लाख रुपए ठग लिए।
पहले कस्टम शुल्क चुकाओ, फिर कहा अधिकारियों ने पकड़ा
पीडि़ता गिफ्ट के झांसे में डबोक हवाई अड्डे पर पहुंची। वहां आरोपी ने अपनी पत्नी रोजलिन से बात करवाई और उसे कस्टम अधिकारी बताते हुए कस्टम शुल्क के चार लाख चुकाने को कहा। चार लाख खाते में डालने के बाद भी उसे गिफ्ट नहीं दिया। यह कहा गया कि गिफ्ट में डॉलर है। उसे हवाई अड्डे पर बक्से की स्केनिंग की कॉपी सोशल मीडिया पर भेजी और राशि डालने का कहा। आरोपी ने कहा कि वह लंदन से मिलने भारत आया है। वह मुम्बई पहुंच गया, लेकिन कस्टम वालों ने पकड़ लिया। उसे छुड़वाने के लिए राशि देनी होगी। तब तक महिला 43 लाख रुपए दे चुकी थी। इसके बाद भी आरोपी ने और राशि मांगते हुए कहा कि उसे वापस लंदन भेज रहे हैं। उसने चोरी की प्रोफाइल के हवाई जहाज के पुराने फोटो भेज दिए। इधर, ४३ लाख रुपए देने के बाद आरोपी ने बात करना बंद कर दिया और महिला को अनफ्रेंड कर दिया। इस पर उसे ठगी की आशंका हुई। अपनी सेवानिवृत्ति पर मिली सारी राशि गंवाने के बाद वह रिपोर्ट लेकर कोतवाली पहुंची।
चार पहले शादी की, दो साल का बेटा

नाइजीरिया निवासी आरोपी ने नगालैंड निवासी रोजलिन से २०१५ में शादी की थी। दोनों के दो साल का बेटा भी है। रोजलिन का कहना था कि बार्थोलोम्यू से मिलने पर प्यार हो गया था। वह उसके खाते में करोड़ों रुपए होने से लालच में आई। उधर, बार्थोलोम्यू को ठगी के लिए महिला साथी की जरूरत थी, ताकि ठगी के लिए लोगों को विश्वास में लेकर ठग सकें।
खुल जाए पोल, इसलिए वीडियो कॉलिंग नहीं
रिटायर शिक्षिका ने सोशल साइट पर वीडियो कॉलिंग के लिए कहा था, लेकिन बार्थोलोम्यू ने वीडियो कॉलिंग पर चेहरा सामने आने पर पोल खुलने के डर से वीडियो कॉलिंग से इनकार कर दिया। उसने कहा कि वह भारत आकर ही मिलेगा।
बैंक खाता भी फर्जी

बार्थोलोम्यू के साथ ठगी की पूरी गैंग है, जो दिल्ली में सक्रिय है। आरोपी जिस व्यक्ति के खाते में राशि डलवाते उसको 15 प्रतिशत हिस्सा देते थे। जिस व्यक्ति के नाम बैंक खाता होता था वह भी फर्जी पहचान पत्र से खुलवाते थे। फर्जी पहचान पत्र से कई मोबाइल सिम ले रखी थी। पुलिस को आरोपियों के पास से दर्जनों एटीएम कार्ड व पासबुक मिली हैं। इनके बैंक खातों में राशि के बारे में पता किया जा रहा है। आरोपी ने जनवरी में कई बैंक खाते खुलवाकर उसमें राशि रखी।

हाई प्रोफाइल जिंदगी

ठगी की राशि से आरोपी एेश की जिंदगी जी रहे थे। नाइजीरिया निवासी बार्थोलोम्यू कच्चा मांस खाता है। उसे अच्छे कपड़े पहनने, महंगी शराब पीने, फिल्में देखने का शोक है। कुछ राशि वह अपने माता-पिता को भी भेजता था। पुलिस ने जिस नम्बर को टे्रस कर मोबाइल लोकेशन निकाली। कोतवाली से छह जनों की टीम दिल्ली गई। वहां दिल्ली पुलिस के दो जवानों को साथ लेकर बार्थोलोम्यू को पकड़ा तो वह काबू में नहीं आया। उसने पुलिस से जमकर हाथापाई की। बमुश्किल उसे दबोचा गया।
खुलासे का पहला मामला, पुरस्कृत होगी टीम
आनॅलाइन ठगी के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन इस प्रकार का बड़ा खुलासा का भीलवाड़ा में पहला है। टीम में शामिल कोतवाली प्रभारी यशदीप भल्ला, उपनिरीक्षक प्रेमसिंह, स्वागत पंड्या, साइबर सेल प्रभारी सत्यनाराण, प्रतापनगर थाने से सहायक उपनिरीक्षक गोपाललाल, चन्द्रभान, चन्द्रपाल, टीना, हीरालाल को एसपी महावर ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

अनजान को फ्रेंड रिक्वेस्ट नहीं भेजे, ना स्वीकार करें
सोशल साइट पर किसी भी अनजान व्यक्ति को न तो फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजें और न ही स्वीकार करें। उसे बैंक खाते और एटीएम पिन के बारे में कोई जानकारी नहीं दें। कई विदेशी कुछ लोग इस तरह की ठगी में लगे हुए हैं।
– हरेन्द्र महावर, पुलिस अधीक्षक

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