क्या दिक्कतें आ रही हैं
कोरोना संक्रमण की वजह से आंखों में नमी में कमी हो गई। आंसू कम बन रहे हैं। नजर कमजोर हुई है। तेज रोशनी बर्दाश्त नहीं होती। लोगों की आंसू बनने की क्षमता प्रभावित हुई। इससे आंखों में सूजन, करकराहट, खुजली व जलन की परेशानी हुई, जिसे शुरुआत में नजरअंदाज किया। बाद ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टरों को दिखाया।
यह रखें सावधानियां
-आंखों से संबंधित कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत नेत्र चिकित्सक को दिखाएं।
-बार-बार आंखों पर हाथ लगाने
से बचें।
-आखों में खुजली, जलन व किरकिराहट होने पर चिकित्सक को दिखाएं।
– आंखों को रगड़े नहीं।
इससे कार्निया पर जख्म हो
सकते हैं।
– मोबाइल कंप्यूटर समेत तेज रोशनी वाली चीजों से बचें।
दवाइयों से हो सकता है ठीक
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विनय बोहरा बताते हैं कि कोविड के बाद सबसे आम लक्षण कंजंक्टिवाइटिस है। जो दवा से जल्दी ठीक हो जाता है। इस समय आंखों में एलर्जी के केस ज्यादा आ रहे हैं। आंखों का लाल हो जाना, खुजली चलना एवं उनमें सूजन आना। इन्हें दवाइयों के जरिये ठीक किया जा सकता है।
ड्राय आइ के केस बढ़े हैं
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल शर्मा का कहना है कि कोविड के बाद ड्राय आइ(आंखों में सूखापन) के केसेज बढ़े हैं। कई मरीजों में नजदीक का देखने में परेशानी हुई है। आम तौर पर यह दिक्कत ४० साल की उम्र के बाद आती है। कई मरीजों में कोविड़ के बाद आंखों की मांसपेसियों में सूजन की दिक्कत दोबारा आई। फिलहाल आंखों में एलर्जी के जो मरीज आ रहे हैं वह मौसमी भी हो सकते हैं।