हरीश तिवाड़ी Hrish tiwari (21) का विवाह 10 जुलाई को चावण्डिया गांव में हुआ। दहेज Dowry में अलमारी दी गई थी। अलमारी को दूसरी पर मंजिल पर स्थित कमरे में रखना था। सीढि़यों का रास्ता सकड़ा होने से उसने घर के अंदर बने लोहे के जंगले को खोल दिया। अलमारी को रस्सी से बांधकर दूसरी मंजिल पर स्थित जंगले से ऊपर खींचने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान अनियंत्रित होकर जंगले से नीचे गिर गया। इससे गंभीर घायल हो जाने से परिजन और ग्रामीण गंगापुर अस्पताल लेकर गए। वहां चिकित्सकों ने मृत Dead बताया।
रात तक नहीं बताया, गांव के बाहर रखा शव हरीश के परिजनों और पत्नी को उसकी मौत हो जाने की खबर रात में नहीं दी गई। परिजनों को बताया गया कि फ्रेक्चर होने के कारण उसे भीलवाड़ा इलाज के लिए ले जाया गया। इस बीच शव को गांव के बाहर ही रोक लिया गया।
घर में मचा में कोहराम, खुशियां मातम में बदली पांच दिन पूर्व ही शादी होने से घर में खुशियों का माहौल था। कुछ मेहमानों को तो सीख तक नहीं दी गई। शव के घर पहुंचने से कुछ समय पहले ही सोमवार सुबह परिजनों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी कृष्णा कुमारी, पिता धनराज और मां राधा देवी को संभालना भारी पड़ गया। ढांढस बंधाने के लिए गांव उमड़ पड़ा। गावं में शोक की लहर छा गई। घरों में चूल्हे नहीं जले।