दो दिन पहले आया
दो भाइयों में सचिन छोटा था। पिता की मौत हो गई थी। भाई जसवंत हमीरगढ़ में फोटोग्राफी कर परिवार पाल रहा था। मृतक सचिन वहां छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। दो दिन पहले ही सचिन घर से हॉस्टल आया।
दो भाइयों में सचिन छोटा था। पिता की मौत हो गई थी। भाई जसवंत हमीरगढ़ में फोटोग्राफी कर परिवार पाल रहा था। मृतक सचिन वहां छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। दो दिन पहले ही सचिन घर से हॉस्टल आया।
रास्ते से नदारद शिक्षक
परिजनों को आरोप है, स्कूल के शिक्षक सचिन को रास्ते में ग्रामीणों के भरोसे छोड़ भागे। परिजन अस्पताल पहुंचे तो शव मोर्चरी जा चुका था। मृतक के भाई जसवंत व मां का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों को संभालना भारी पड़ गया।
परिजनों को आरोप है, स्कूल के शिक्षक सचिन को रास्ते में ग्रामीणों के भरोसे छोड़ भागे। परिजन अस्पताल पहुंचे तो शव मोर्चरी जा चुका था। मृतक के भाई जसवंत व मां का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों को संभालना भारी पड़ गया।
पैर में चोट क्यों?
मृतक के सीने के साथ पैर में चोट थी। परिजनों का आरोप कि भाला सीने में लगा तो पैर के नाखून क्यों उखड़े। पैर में चोट कैसे लगी। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, शिक्षक तुरंत बाइक पर सिंगोली ले गए। रास्ते में उसका पैर अन्य वाहन से भिड़ गया।
मृतक के सीने के साथ पैर में चोट थी। परिजनों का आरोप कि भाला सीने में लगा तो पैर के नाखून क्यों उखड़े। पैर में चोट कैसे लगी। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, शिक्षक तुरंत बाइक पर सिंगोली ले गए। रास्ते में उसका पैर अन्य वाहन से भिड़ गया।
सुरक्षा घेरे में स्कूल घटना को देखते हुए विद्यालय के बाहर सुरक्षा का घेरा कड़ा कर दिया गया। बरूंदनी चौकी प्रभारी नरेश सुखवाल के साथ बड़ी संख्या में जाप्ता लगाया गया। वहीं जिला मुख्यालय से भी आरएसी वहां भेजी गई।
यह आकस्मिक दुर्घटना थी। शिक्षक व कर्मचारी छात्र का उपचार कराने समय पर लेकर भी गए। दुर्भाग्यवश निधन हो गया। लापरवाही का आरोप निराधार है। यह सहीं है कि विद्यालय में शारीरिक शिक्षक नहीं है।क
मुरलीधर पंचोली, प्रबंधक वेद संस्थान बरूंदनी
मुरलीधर पंचोली, प्रबंधक वेद संस्थान बरूंदनी