खजीना निवासी गीता जाट ने 13 क्विंटल चना 15 मई को तोल करवा दिया। जिसका भुगतान 68 हजार करीब हुआ। अधिकारियों द्वारा भुगतान 15 दिन में होना बताया। लेकिन दो माह करीब होने में लेकिन भुगतान अभी तक नही हुआ। इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चना घर पर आने के बाद ऑनलाइन करवाकर भुगतान में चार माह हो जाएंगे। यदि सरकार समय पर सुव्यस्थित किसानों के प्रति कार्य करती है तो अन्नदाताओं को घर खर्चा व पुनः खेती बुआई खर्चा करने में कम दिक्कत का सामना कम हो सके।
फसल की बुआई के इंतजार में किसानों की बढ़ी चिंता
बीगोद कस्बे सहित क्षेत्र मेंदिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही। लेकिन बारिश नही हुई। गत सप्ताह से आसमान में घने काले बादल उमड़ घुमड़ कर आ रहे हैं। लेकिन रिमझिम बारिश कर लौट जाते हैं। अभी तक तेज बारिश नहीं हुई है। आषाढ़़ का महीना बीतने को है और सावन का महीना शुरू होने वाला है।
ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान भैरूलाल तेली ने बताया कि हर साल जून महीने के आखिर में खरीफ फसल की बुआई हो जाती है। इस बार बारिश नहीं होने से फ़सलों की बुआई नहीं हो पा रही है। सावन का महीना भी शुरू होने वाला है। ऐसे में किसान खरीफ फसल लगाने को लेकर असमंजस की स्थित में है। सहायक कृषि अधिकारी प्रेमचंद सुखवाल के अनुसार किसानों को एक बार भरपूर बारिश होने के बाद फसल की बुआई करनी चाहिए। भरपूर बारिश नहीं होने से खरीफ फसल बुआई में देरी हो रही है।