जानकारी के अनुसार माण्डल पुलिस ने ७० जनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। उनको शनिवार शाम जेल भेज दिया था। जमानत नहीं लेने से हिन्दूवादी संगठन के लोग शनिवार रात को उपखण्ड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए थे। रात में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश पर धरना उठाया। इसके बाद भी रविवार को तस्दीकशुदा हैसियत प्रमाण पत्र जमानत के लिए मांगने से ग्रामीण खफा हो गए। एक व्यक्ति की जमानत के लिए दो जनों की तस्दीक जमानत मांगी गई। इसके चलते ग्रामीण बिफर गए। ये लोग थाने पहुंचे। वहां नारे लगाए। उसके बाद सभी तहसील कार्यालय पहुंचे। वहां भी नारेबाजी की। उपखण्ड अधिकारी करेड़ा महिपालसिंह, तहसीलदार अजीतसिंह तथा एएसपी चंचल मिश्रा ने समझाइश की। उसके बाद तहसील कार्यालय में जमानत कागजात तैयार कराए। शाम को जमानत ले ली।
बड़ी संख्या में तहसील कार्यालय में दिनभर ग्रामीण जमा रहे। वहीं पर उनके लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई थी। तहसील कार्यालय में ही पंगत लगाकर खाना खिलाया गया।