पण्डित अशोक व्यास ने बताया कि 13 नवंबर को गुरु तारा अस्त होगा। हालांकि 30 अक्टूबर को शुक्र उदय हो गया है। गुरु तारा 7 दिसंबर को उदय होगा। इस कारण 19 नवम्बर को अस्त गुरु तारे में ही देव उठेंगे। इस दिन शादी समारोह और मांगलिक कार्य होंगे। गुरु तारा उदय होने के बाद 12 दिसम्बर को 8 रेखा व 13 दिसम्बर को 10 रेखा का सावा है। इसी प्रकार 16 दिसम्बर सुबह 9.09 बजे सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास शुरू हो जाएगा।
एेसे में वैवाहिक और मांगलिक कार्य नहीं होंगे। साल 2019 में 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास समाप्त होगा। 15 जनवरी से फिर मांगलिक व वैवाहिक कार्य शुरू होंगे। एकादशी से पूर्णिमा तक कन्याएं पांच उपवास कर सकती हैं। अलग-अलग स्थानों पर जाकर या तालाबों में जाकर स्नान कर सकती हैं।