कोतवाली प्रभारी यशदीप भल्ला ने बताया कि १७ अक्टूबर को भोपालपुरा के सुरेशकुमार बोहरा ने मामला दर्ज कराया। रिपोर्ट में बताया कि उसकी रेलवे फाटक के निकट जैन ज्योति टायर दुकान है। बोहरा ने स्टॉक का मिलान किया, तो लाखों के टायर कम थे। बोहरा ने अपने यहां काम करने वालों चोरी का अंदेशा जताया। इस पर पुलिस ने दुकान पर काम करने वाले आटूण निवासी रामस्वरूप नाथ जोगी, माणिक्यनगर निवासी भैरू माली तथा मंगरोप निवासी विनोद कीर को गिरफ्तार किया।
भागने की फिराक में थे, स्टेशन से धरदबोचा
आरोपियों की तलाश में सहायक उपनिरीक्षक मोहम्मद हुसैन काजी के नेतृत्व में टीम तैयार की गई। सूचना मिली कि तीनों भागने की फिराक में रेलवे स्टेशन पहुंच गए हैं। इस पर टीम ने तीनों को धरदबोचा। खरीदार का नाम भी सामने आया है। पुलिस ने उसकी तलाश में तलाश में दबिश दी।
आरोपियों की तलाश में सहायक उपनिरीक्षक मोहम्मद हुसैन काजी के नेतृत्व में टीम तैयार की गई। सूचना मिली कि तीनों भागने की फिराक में रेलवे स्टेशन पहुंच गए हैं। इस पर टीम ने तीनों को धरदबोचा। खरीदार का नाम भी सामने आया है। पुलिस ने उसकी तलाश में तलाश में दबिश दी।
पहले से दो लगे काम पर, तीसरे को भी मिलाया
एएसआइ काजी ने बताया कि रामस्वरूप और विनोद एक साल से दुकान पर कार्यरत थे। पहले दोनों टायर चोरी कर रहे थे। चार माह पूर्व भैरूं को दुकान पर रखा। दोनों ने भैरू को भी चोरी में शामिल कर लिया।
एएसआइ काजी ने बताया कि रामस्वरूप और विनोद एक साल से दुकान पर कार्यरत थे। पहले दोनों टायर चोरी कर रहे थे। चार माह पूर्व भैरूं को दुकान पर रखा। दोनों ने भैरू को भी चोरी में शामिल कर लिया।
मध्यांतर पर जाते ही चुराते टायर
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दुकान संचालक बोहरा दोपहर में खाना खाने घर जाते थे। करीब एक घंटे बाद लौटते थे। आरोपी इस दौरान टायर चुराकर उनको ठिकाने लगा आ जाते थे। जितनी पगार उनको दुकान से नहीं मिलती उससे ज्यादा चोरी के टायर बेचकर कमा रहे थे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दुकान संचालक बोहरा दोपहर में खाना खाने घर जाते थे। करीब एक घंटे बाद लौटते थे। आरोपी इस दौरान टायर चुराकर उनको ठिकाने लगा आ जाते थे। जितनी पगार उनको दुकान से नहीं मिलती उससे ज्यादा चोरी के टायर बेचकर कमा रहे थे।