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प्रत्येक को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारण करना चाहिए
भीलवाड़ा. जीवन जा रहा हो तो अमृत की एक बूंद मिल जाए तो व्यक्ति जी सकता है। उसी प्रकार आत्मा का कल्याण सिर्फ धर्म से ही हो सकता है। परमात्मा के बताएं मार्ग पर चलकर ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है। जीवन में पहले खुद सुधरों इसके बाद दूसरों को सुधारने की कोशिश करो। जब हम स्वयं में सुधार नहीं कर सकते तब तक दूसरों को नहीं सुधार सकते है। यह बात जयमुनि ने शांति भवन में प्रवचन के दौरान कही।
साध्वी मधु कंवर, प्रतिभा कंवर डॉ चिंतन ने कहा कि परमात्मा के दर्शन मात्र से पुण्य मिलता है। नित्य दर्शन करना चाहिए। बच्चों को बचपन से ही संस्कारवान बनाएं। परिवार, समाज, देश, धर्म सहित हर विषय पर बच्चों को विस्तार से जानकारी दें। इससे की वह अपनी सांस्कृतिक व धार्मिक गतिविधियों को सिखकर उसका पालन नियमों के साथ कर सके। संघ अध्यक्ष राजेंद्र चीपड़ ने बताया कि शांति भवन में रविवार को प्रात 9.15 से 10.30 बजे तक प्रवचन होंगे।