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बिस्तर में कैंसर पीडि़त मां, मदद मांगने दौड़ीं बेटियां

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 17, 2018 12:06:10 am

Submitted by:

manohar soni

चना-फुटाना बेचकर मुश्किल से करती थी गुजारा… इलाज में चार लाख के पहाड़ जैसे खर्च की चिंता में परिवार

Cancer-victim mother in bed

Cancer-victim mother in bed

छिंदवाड़ा . बिस्तर में कैंसर पीडि़त मां दर्द से कराह रही है। चने-फुटाने बेचकर जैसे-तैसे बेचारी घर का खर्च चलाती थी। उस पर इस गम्भीर बीमारी ने उसे छोटी सी दुकान में भी बैठना बंद करा दिया। अब इलाज के लिए तुरंत पहाड़ जैसे चार लाख रुपए चाहिए। हम पांच बेटियां ही हैं, जिन्हें फ्रिक है। इलाज के लिए मदद मांगने जहां-तहां दौड़ रहीं हंै। यह कहते-कहते एक बेटी सरिता बनवारी सिसक पड़ती है। उसे प्रशासन से सहायता की आस है।
बेटी सरिता बताती है कि उसकी मां मीना बनवारी की चना फुटाने की दुकान पोला ग्राउण्ड के किनारे मौजूद है। उसी से घर का चूल्हा जलता है। दो माह पहले मां बीमार हो गई तो उसका इलाज शुरू कराया गया। ज्यादा परेशानी हुई तो 15 दिन पहले नागपुर के एक निजी अस्पताल में जांच कराई गई तो कैंसर निकला। इस बीमारी के इलाज में घर की जमा पूंजी 30 हजार रुपए खर्च हो गए। कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टरों ने चार लाख रुपए का खर्च बता दिया है। गरीब परिवार इतनी रकम जुटा नहीं सकता। ऐसे में दर-दर मदद मांगने के लिए दौड़ रही हैं।

मदद की आस
ये बहनें मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर जेके जैन के पास पहुंची और मां के कैंसर के इलाज में मदद की गुहार की। फिलहाल यही मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की ओर से राज्य बीमारी सहायता के लिए आवेदन दिया गया। वे चाहती हंै कि प्रशासन के साथ समाज भी मदद के लिए आगे आएं। तभी उनकी बीमार मां का इलाज कराया जा सकता है।

परिवार पर आ गया संकट… परिवार में पांच बेटियां और एक बेटा है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। भाई कुछ नहीं करता। दो छोटी बहनें मां की मदद करती हंै। सरिता के मुताबिक एक छोटी बहन के हृदय में सुराख है। वह भी बीमार रहती है। ऐसे में घर की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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