आपको बताते चलें कि इसी साल जुलाई महीने में नकली नोटों के गिरोह के ऊपर राजस्थान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की थी। राजस्थान के पाली जिले की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बाजार में नकली नोट चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में नकली नोट बनाने के मुख्य आरोपी सहित पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस द्वारा नकली नोट बनाने वाले पांच युवकों व उनके पास से नोट बनाने में काम आने वाले उपकरण व अन्य सामान भी बरामद किए थे।
पेनड्राइव में सेव था नकली नोटों का फॉर्मेट पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि जिले में नकली नोट चलाने वाला गिरोह सक्रिय है। गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा दिनेश कुमार पुत्र मूलाराम मेघवाल निवासी सादड़ी, लतिफ पुत्र छोटू शाह निवासी सादड़ी, रवि शंकर पूरणमल निवासी सादड़ी, दिनेश कुमार पुत्र हस्तीमल और इस गिरोह के मुख्य आरोपी जयपालसिंह पुत्र महावीर सिंह राजपूत निवासी जोधपुर को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एक पेन ड्राईव बरामद किया, जिसमें 2000, 500, 100, 50 और 10 रूपए के नोटों को स्केन करके सेव कर रखा था। पुलिस द्वारा आरोपियों के पास से कुल 34 लाख के नकली नोट बरामद किए गए।
उत्तरप्रदेश में भी पकड़े गए थे नकली नोट
मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र से पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक कार से नई करेंसी के 2000 और 500 के नकली नोट बरामद किए थे। पुलिस और एसओजी की टीम ने एक मुखबिर की सूचना पर चेकिंग अभियान चलाया। जिसमें एक कार को रोका गया। जिससे 420000 रुपए के नई करेंसी के नकली नोट बरामद किए गए। इस कार में नेशनल लोकमत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और किठोर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी खुशी गांधी के साथ दो लोग मौजूद थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, खुशी गांधी की निशानदेही पर देर रात से अब तक ताबड़तोड़ छापेमारी जारी रही थी। जिसके बाद खुशी ने पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए थे।
मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र से पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक कार से नई करेंसी के 2000 और 500 के नकली नोट बरामद किए थे। पुलिस और एसओजी की टीम ने एक मुखबिर की सूचना पर चेकिंग अभियान चलाया। जिसमें एक कार को रोका गया। जिससे 420000 रुपए के नई करेंसी के नकली नोट बरामद किए गए। इस कार में नेशनल लोकमत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और किठोर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी खुशी गांधी के साथ दो लोग मौजूद थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, खुशी गांधी की निशानदेही पर देर रात से अब तक ताबड़तोड़ छापेमारी जारी रही थी। जिसके बाद खुशी ने पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए थे।