पुलिस की विशेष टीम ने सस्ते का लालच देकर असली की जगह नकली सोना थमाने वाले टकलू गैंग का मंगलवार शाम को पर्दाफाश किया। गैंग में शामिल मध्यप्रदेश के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। यह व्यक्ति किराणा व्यापारी को झांसा देकर नकली सोना थमाने आया था। पुलिस उपाधीक्षक और उनके ऑफिस की टीम ने एेसा जाल बुना कि खुद टकलू गैंग का सदस्य उनके हत्थे चढ़ गया। कोतवाली में उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
पुलिस उपाधीक्षक (शहर) राजेश मीणा को किराणा व्यापारी पाटन निवासी मोतीलाल तेली ने शिकायत की। उसने बताया कि उसका गांव में किराणा का व्यापारी है। गत 7 मई को एक व्यक्ति उसकी दुकान पर आया और उसने बातों के जाल में उलझा कर कहा कि वह टेलीफोन के तार डालने के लिए खुदाई का काम करता है। खुदाई के दौरान उसे सोने की गिन्नियां मिली। वह सस्ता बेच देगा। उसने जांच के लिए मोतीलाल को दाल के समान टुकड़ा दिया और जांच करवाने के लिए कहा। जांच में वह सोना ही निकला था। हाथों-हाथ व्यापारी ने 40 हजार रुपए देकर तीन तोला सोना बताकर गिन्नियां ले ली। व्यापारी ने बाद में जांच की तो वह नकली निकली।
इस बीच व्यापारी मोतीलाल ने मंगलवार दोपहर डीएसपी मीणा को घटनाक्रम के बारे में बताया। मीणा के नेतृत्व में दफ्तर में कार्यरत सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम, हैड कांस्टेबल जगदीश, सिपाही अमित व चन्द्रप्रकाश को शामिल करते हुए टीम बनाई। टीम ने व्यापारी से फोन कराया। सवा घण्टे में २५ कॉल किए। हर बार युवक ने व्यापारी को बुलाया। लेकिन वहां नहीं मिला। वह लोकेशन बदल कर व्यापारी की टोह ले रहा था। पुलिस भी सादी वर्दी में व्यापारी के आसपास तैनात रहती।
बैग में भरे कागज, स्टेशन के बाहर दबोचा आखिर व्यापारी के अकेला होने की पुष्टि होने के बाद रेलवे स्टेशन के बाहर युवक आ गया। उसने व्यापारी से राशि मांगी। व्यापारी ने बैग थमा दिया। युवक ने सोना बताकर गिन्नियां थमा दी। इशारा मिलते ही टीम ने युवक को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम कोटड़ा (मध्यप्रदेश) नंदसुख पुत्र कालिया बताया। उसे बाद में कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया। उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।