scriptखाली प्लॉट में ‘बीमारियों का भराव | Filling of diseases in the vacant plot in bhilwara | Patrika News

खाली प्लॉट में ‘बीमारियों का भराव

locationभीलवाड़ाPublished: Sep 18, 2021 09:29:56 pm

Submitted by:

Suresh Jain

– शहर में हर गली में खाली पड़े भूखण्डों में भरा हुआ है बरसाती पानी- गंदी नालियों का भी जा रहा पानी- बीमारी पैदा होने की आशंका- नगरपरिषद का ध्यान और ना ही स्वास्थ्य विभाग गंभीर

खाली प्लॉट में 'बीमारियों का भराव

खाली प्लॉट में ‘बीमारियों का भराव

भीलवाड़ा।
जिला मुख्यालय पर भले ही मौसमी तथा वायरल बीमारियों के मरीजों में बेहताशा वृद्धि हो रही हो, लेकिन इसके प्रमुख कारणों की तह में कोई जिम्मेदार विभाग नहीं जाना चाहता है। जिले में डेंगू का खतरा दिन ब दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। वहीं, कई स्थानों पर तो डेंगू के मरीज भी सामने आ रहे हैं। चिकित्सक लगातार कह रहे हैं कि बारिश के मौसम के बाद जमा पानी में मच्छर पैदा होने से मौसमी बीमारी के साथ वायरल का प्रकोप चल रहा है। लिहाजा सावधान रहें। बावजूद इसके जिला मुख्यालय पर ही हर गली-मोहल्लों में खाली पड़े भूखंडों में बारिश का पानी जमा है। नालियों का भी गंदा पानी इसमें जा रहा है। ऐसे में दिन-रात मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
लोगों ने अपने घरों को भले ही साफ.-स्वच्छ रखना शुरू कर दिया हो, लेकिन पड़ोस के भूखंड में भरे पानी को कैसे हटाया जाए, इसे लेकर वे चिंतित तो हैं, लेकिन कोई उपाय उनके पास भी नहीं है। इस तरफ न तो नगर परिषद का ध्यान जा रहा है और ना ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से ढंग से फॉगिंग ही कराई जा रही है, ताकि ऐसे जमे पानी में मच्छर न पनपने पाए।
महामारी फैलने का इंतजार कर रहे जिम्मेदार
भूखण्डों में पानी-कचरा व कीचड़ भरा होने पर नगर परिषद व नगर विकास न्यास की ओर से भूखण्ड मालिकों को नोटिस देकर या तो सफाई करवाई जानी चाहिए या फिर उनकी चारदीवारी कराने के लिए पाबंद किया जाना चाहिए। लेकिन इस ओर नगर परिषद व नगर विकास न्यास के अधिकारियों का ध्यान नहीं है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी नींद में है। भारी बारिश के बाद पानी भरने वाली कॉलोनियों में फॉगिंग करा दी, लेकिन शहर के अधिकांश क्षेत्र अब भी फॉगिंग से महरूम हैं।
लगातार बढ़ रहे मरीज
जिला मुख्यालय पर ही सैकड़ों की संख्या में लोग वायरल की चपेट में हैं। इनमें बच्चों की खासी तादाद है। वहीं, डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है। बच्चों में भी वायरल की स्थिति गंभीर होती जा रही है। वायरल के साथ निमोनिया होने के कारण हालात और गंभीर होने की तरफ इशारा कर रहे हैं।
बच्चों के लिए एक और वार्ड
एमजीएच के एससीएच ईकाई में बच्चो का एक और नया वार्ड खोला गया है। एमजीएच अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने बताया कि डेंगू के कारण बच्चे ज्यादा अस्पताल पहुंच रहे हैं। क्षमता से अधिक बच्चे आने से एमसीएच में ही एक वार्ड अलग से खोला गया है।
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