हालांकि इनमें से सिर्फ दो वाहन ही चालू हालत में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में भगवान न करे कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो आग बुझाने में ये दो वाहन कितने कारगर साबित होंगे कुछ कहा नहीं जा सकता। जबकि शहर में शुक्रवार से ही शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। कुछ गाड़ियां तो 25 साल से ज्यादा पुरानी व कंडम हो चुकी है। इन्हें बार-बार मरम्मत करवाकर चला रहे हैं। दो वाहन 15 साल पुराने हैं। ऐसे में भगवान न करे कोई बड़ी घटना होती है तो खटारा दमकल किस तरह आग पर काबू पा सकेगी। दमकलों की हालत इतनी खस्ता है कि आगजनी की ज्यादातर घटनाओं में लोगों को खुद के स्तर पर ही प्रयास करने पड़ते हैं। नगर परिषद बोर्ड की बैठकों में कई बार नई दमकल खरीदने की मांग उठाई गई, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो रही है।
—
भीलवाड़ा शहर में ऊंची इमारतों और संकरी गलियों में हादसा
शहर में बनी ऊंची इमारतों और संकरी गलियों में हादसा होने पर आग बुझाने के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के लिए कई बार मांग की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फायरमैन जान जोखिम में डालकर आग बुझाने का काम कर रहे हैं।
चार वाहन स्वीकृत, लेकिन नहीं मिले
सरकार को भेजे प्रस्ताव के आधार पर चार दमकल स्वीकृत है, लेकिन अभी एक भी वाहन नहीं मिला है। जो वाहन खराब है उन्हें सहीं करवा रहे हैं।
अमृतलाल खटीक, प्रभारी फायर स्टेशन, नगर परिषद