जानकारी के अनुसार गुजरात से आई ट्रॉवेल्स सवारियों को उतारने के बाद डाक बंगले चौराहे पर खड़ी हो गई। चालक-खलासी व एक अन्य व्यक्ति बस में बातें कर रहे थे कि अचानक आग लग गई। धुआं उठता देख तीनों जनें सुरक्षित बाहर निकल लिए। निकट ढाबे से पानी की बाल्टी लाए लेकिन आग विकराल हो गई। पूरी बस चपेट में आ गई। करेड़ा थानाप्रभारी सुरेन्द्र गोदारा व तहसीलदार हरेन्द्रसिंह आए व सड़क के दोनों तरफ आवाजाही रुकवाई। मुख्य मार्ग बाधित होने पर वाहनों की लगी लम्बी कतार लग गई। ऐसे में पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग से वाहनों रवाना किया। आसपास के ढाबों को भी खाली करवा दिया गया।
गनीमत रहा कि…
साठ किमी दूर भीलवाड़ा से नगर परिषद की दमकल पहुंची। आग बुझाई तब तक पूरी बस जल चुकी थी। घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर इण्डियन ऑयल कम्पनी का पेट्रोल पम्प था। लेकिन आग वहां तक नहीं फैली। बड़ा हादसा टल गया। लपटें उठते ही आसपास खड़ी दूसरी बसों के चालकों ने अपने वाहन हटा लिए।