यह हैं विकल्प
-एफ सीआइ से तत्काल गेहूं की आपूर्ति कर आटा पिसवाया जा सकता है।
-फ्लोर मिलो को गेहूं उपलब्ध कराया जाए। मोहल्लों में आटा चक्कियां चालू कर सकते हैं।
-किसानों को अपने वाहन से मंडी तक सब्जियां लाने की छूट हो, वाहनों को पास जारी हों।
-शहरवासी अनावश्यक स्टॉक नहीं करें। जैसे जरुरत होगी, वैसे उपलब्ध हो जाएगा।
इधर, यह दावा
-आटे का एक दिन पहले तक संकट था लेकिन जिला कलक्टर को इससे अवगत कराया तो उन्होंने इसके प्रबन्ध कर दिए। अब कमी नहीं आएगी।
सुरेन्द्र सिंह खंगारोत, महाप्रबन्धक सहकारी उपभोक्ता भंडार
-खाने पीने के सामान की कमी नहीं आएगी। प्रशासन पहले दिन से सतर्क है। सब्जी, फ ल, राशन और दूध की आपूर्ति की जा रही है। आटे की कमी न आए, इसके लिए एक फ्लोर मिल चालु कराई है। उद्यमी को कहा कि वे अगले आदेश तक आटा प्रशासन को ही उपलब्ध कराएं। अन्य व्यापारियों से बात चल रही है।
राजेन्द्र भट्ट, जिला कलक्टर