भीलवाड़ा

आटे की किल्लत होगी दूर, स्टॉक से बचें आमजन

कोरोना लॉकडाउन के चलते राशन की डिमांड अधिक और आपूर्ति कम होने से शहर में कई जगह किल्लत आने लगी है। गेहूं नहीं मिलने और फ्लोर मिल बंद होने से आटे की कमी ज्यादा सामने आ रही है।

भीलवाड़ाMar 30, 2020 / 11:13 am

Suresh Jain

Flour shortage will go away, people should avoid stock in bhilwara

भीलवाड़ा। कोरोना लॉकडाउन के चलते राशन की डिमांड अधिक और आपूर्ति कम होने से शहर में कई जगह किल्लत आने लगी है। गेहूं नहीं मिलने और फ्लोर मिल बंद होने से आटे की कमी ज्यादा सामने आ रही है।
हालांकि प्रशासन ने एक आटा मिल को अपनी क्षमता के आधार पर आपूर्ति के लिए पाबंद किया है। वह एक-दो दिन आटे की सप्लाई शुरू कर सकेगा। जिले में आटे की आपूर्ति अन्य जिलों व शहर के कुछ आटा मिले से हो रही है। फिलहाल भुगतान में दिक्कत भी आ रही है।
व्यापारियों ने बताया कि कुछ दिनों से आटा 2200 से 2400 रुपए क्विंटल था, अब 3000 से 5000 रुपए हो गया। हालांकि उपभोक्ता भंडार आटा 300 रुपए प्रति दस किलो उपलब्ध करा रहा है। लोगों का कहना है कि जिस दुकान को प्रशासन ने अधिकृत किया, वे निर्धारित सूची से ज्यादा दाम वसूल रहे हैं।

यह हैं विकल्प
-एफ सीआइ से तत्काल गेहूं की आपूर्ति कर आटा पिसवाया जा सकता है।
-फ्लोर मिलो को गेहूं उपलब्ध कराया जाए। मोहल्लों में आटा चक्कियां चालू कर सकते हैं।
-किसानों को अपने वाहन से मंडी तक सब्जियां लाने की छूट हो, वाहनों को पास जारी हों।
-शहरवासी अनावश्यक स्टॉक नहीं करें। जैसे जरुरत होगी, वैसे उपलब्ध हो जाएगा।
इधर, यह दावा
-आटे का एक दिन पहले तक संकट था लेकिन जिला कलक्टर को इससे अवगत कराया तो उन्होंने इसके प्रबन्ध कर दिए। अब कमी नहीं आएगी।
सुरेन्द्र सिंह खंगारोत, महाप्रबन्धक सहकारी उपभोक्ता भंडार
-खाने पीने के सामान की कमी नहीं आएगी। प्रशासन पहले दिन से सतर्क है। सब्जी, फ ल, राशन और दूध की आपूर्ति की जा रही है। आटे की कमी न आए, इसके लिए एक फ्लोर मिल चालु कराई है। उद्यमी को कहा कि वे अगले आदेश तक आटा प्रशासन को ही उपलब्ध कराएं। अन्य व्यापारियों से बात चल रही है।
राजेन्द्र भट्ट, जिला कलक्टर
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