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सुविधा शुल्क पर ध्यान, टैक्स चोरी का निकाला नया रास्ता

locationभीलवाड़ाPublished: Aug 08, 2022 10:27:09 pm

Submitted by:

Suresh Jain

भीलवाड़ा . कृषि उपज मंडी में मिलीभगत से टैक्स चोरी का खेल चल रहा है। बिना टैक्स चुकाए चोरी-चुपके किसानों की उपज बाहर भेजी जा रही है। मंडी प्रशासन केवल सुविधा शुल्क पर ध्यान दे रहा है।

सुविधा शुल्क पर ध्यान, टैक्स चोरी का निकाला नया रास्ता

सुविधा शुल्क पर ध्यान, टैक्स चोरी का निकाला नया रास्ता

भीलवाड़ा . कृषि उपज मंडी में मिलीभगत से टैक्स चोरी का खेल चल रहा है। बिना टैक्स चुकाए चोरी-चुपके किसानों की उपज बाहर भेजी जा रही है। मंडी प्रशासन केवल सुविधा शुल्क पर ध्यान दे रहा है। हालांकि सरकार ने मंडी से बाहर आढत का काम करने पर मंडी शुल्क में छूट दे रखी है। इसके चलते मंडी में कामकाज नहीं हो रहा है। श्रमिक दिन भर ठाले बैठे रहते हैं। व्यापारी बाहर बड़े कस्बों से माल खरीदकर सीधे बाहर भेज रहे हैं। कई व्यापारी माल को अपने उद्योग में भेजना बताते हैं, लेकिन असल में यह बाहर भेजा जा रहा है। इससे मंडी में हर साल कम से कम तीन से चार करोड़ के टैक्स की चोरी हो रही है।

 

भीलवाड़ा अ श्रेणी की कृषि मंडी के व्यापारियों के अनुसार पिछले कई दिनों से गिने चुने वाहन ही माल मंडी ला रहे हैं। व्यापारी ट्रक या ट्रोले को जिले में कहीं भी भरकर भेज रहे हैं। बिना टैक्स चुकाए जा रहे दर्जनों वाहनों पर विभाग की निगाहें तो है, लेकिन वे केवल अपनी सुविधा शुल्क का ध्यान रखते हैं।

कई गुना अर्थदंड का प्रावधान
टैक्स चोरी कर ले जाए जा रहे वाहनों की धरपकड़ हो तो मंडी को आय हो सकती है। मंडी में 1.60 प्रतिशत टैक्स है, लेकिन यदि बिना टैक्स का माल पकड़ा जाए तो उससे कई गुना पेनाल्टी है। लेकिन पिछले दो-तीन साल से एक भी बार पैनल्टी नहीं लगाई गई है।

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कार्रवाई से किनारा
मंडी में अनाज के अलावा अन्य सामान की करोड़ों रुपए की बिक्री होती है। मण्डी टैक्स 1.6 प्रतिशत के हिसाब से 5 से 6 करोड़ रुपए बनते हैं, लेकिन कुछ समय से यह राशि एक करोड़ भी जमा नहीं हो रही है। बाजार में कई ऐसे व्यापारी है जो खुले में ट्रकों से माल मंगाते और गोदाम में भरते और निकालते देखे जा सकते हैं। खुले में हो रहे इस व्यापार को लेकर मंडी प्रशासन ने आज तक इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। इस सम्बन्ध में मंडी सचिव रजनीश कुमार से मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन फोन नो रिप्लाई रहा।
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संविदा पर कर्मचारी से चला रहे काम
मंडी प्रशासन का कहना है कि कार्यालय में कई पद खाली हैं। संविदा पर कुछ कर्मचारी लगाकर काम चलाया जा रहा है। ऐसे में व्यापारियों से जो टैक्स बनता है, वह व्यापारी खुद ही कार्यालय में आकर दे जाते हैं।
मंडी में गड़बड़ी
मंडी में बहुत अनियमितताएं चल रही है। प्रशासन को सख्त कदम उठाना चाहिए। टैक्स चोरी भी बड़े पैमाने पर हो रही है। ऐसे में नुकसान मंडी को ही हो रहा है।
– मुरली इनाणी, अध्यक्ष खाद्यान व्यापार संघ
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मंडी से बाहर शुल्क नहीं होने से घटा व्यापार
कुछ समय से मंडी शुल्क की चोरी हो रही है, लेकिन मंडी प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। विभागीय अधिकारी देखने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे स्टाफ की कमी का होना सामने आ रहा है। ऐसे में एक महीने में लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही हैं।
दीपक डागा, अध्यक्ष न्यू खाध्यान्न व्यापार संघ
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400 करोड़ से अधिक का कारोबार
400 करोड़ से अधिक का होता व्यापार
200 करोड़ गेंहू का कारोबार
075 करोड चना का कारोबार
075 करोड़ मक्का का कारोबार
050 करोड़ का शक्कर कारोबार
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किस जिंस में कितना टैक्स मिला
जिंस 2020-21 2021-22
गुड़ 577.23 लाख 3.68 लाख
जीरा 209.10 लाख 2.55 लाख
अजवाइन 144.58 लाख 0
धनिया 15.60 लाख 0
शक्कर —- 0

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