रेस्क्यू के दौरान कोबरा सांप बालाजी एग्रो रीको ग्रोथ सेंटर में जितेंद्र मोतियानी की दाल फैक्ट्री के गोदाम से पकड़ा, कॉमन क्रेट सांप को अहिंसा बंगलो के पास राजीव यादव के घर के अटैच लेट बाथ से, रसल वाइपर को छोटू खान पटवारी के बालाजी के पास खेत से पकड़ा। इसी प्रकार स्केल्ड वाइपर सांप को सरेरी में संपत माली के खेत स्थित कक्ष से पकड़ा गया।
राजस्थान में 4 प्रजाति के सांप जहरीले पाए जाते हैं उनमें से उक्त चारों प्र्रजाति के सांप सर्वाधिक खतरनाक है। रसल वाइपर, सॉ स्केल्ड वाइपर, कॉमन क्रेट प्रजाति मानव बस्ती में भी पाए जाते हैं । बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा घरों के अंदर कोबरा सांप कॉमन क्रेट से लोगों का सामना होता है। जबकि रसल वाइपर व सॉ स्केल्ड वाइपर से खेतों में इंसानों से सामना होता है। इन्हीं चार सांपों की वजह से भारतवर्ष में मात्र 4 महीने में 50 हजार लोगों की मौत हो जाती है। इन सांपों से दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।
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अगर आपके घर में कोई भी सांप घुस आए तो उस सांप को छेड़े नहीं जहां वह छुप कर बैठा है, उसे बैठा रहने दे एक बार उसके सामने चले जाएं और करीब 5 मिनट के लिए अकेला छोड़ दें, सांप वहां से तुरंत निकल कर घर के बाहर चला जाएगा।
– पीडि़त को कम से कम समय में अस्पताल में भर्ती करना है, अगर संभव हो तो सांप को जिंदा या मुर्दा भी अस्पताल में साथ ले जा सकते हैं ताकि डॉ किसी अनुभवी को बुलवाकर सांप को पहचान करा लेते हैं। जिसे इलाज में काफ ी मदद मिलती है।
– कोबरा व कॉमन क्रेट मैं न्यूरोटोक्सीन विनम पाया जाता है, रसल वाइपर सा स्केल वाइपर में हिमो टॉक्सिन विनम्र पाया जाता है, कोबरा व कॉमन क्रेट में न्यूरोटोक्सीन विनम के कारण व्यक्ति को सीधा ब्रेन में असर करता है। समय पर इलाज नहीं मिले तो कुछ ही घंटों में व्यक्ति की मौत हो जाती है। रसल वाइपर सा स्केल वाइपर में हिमो टॉक्सिन विनम पाया जाता है, जिससे व्यक्ति के लिवर किडनी को नुकसान पहुंचता है। जिसमें व्यक्ति की मौत बहुत देरी से होती है लेकिन बहुत दर्दनाक होती है इनसे बचाव का एक ही तरीका है सावधानी।
कुलदीप सिंह राणावत, सचिव वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर भीलवाड़ा