चाकूबाजी की घटना से दोनों ही पक्षों के परिजन भी आपस में मारपीट पर उतर आए। इस दौरान एक दूसरे पर पत्थर भी फेंके। चाकू के हमले में विकास व दीपक के निढ़ाल हो कर गिरने पर यहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए। समाज के लोग चाकू के हमले में घायल विकास व दीपक को एमजी होस्पीटल लाए। यहां चिकित्सकों ने विकास को मृत घोषित कर दिया। जबकि दीपक की हालत गंभीर होने पर उसे भर्ती किया गया। अत्याधिक रक्तस्राव गहरे घाव होने से दीपक को देर शाम उदयपुर रैफर कर दिया। इसी प्रकार पथराव की घटना में घायल हुए मृतक विकास की मां बसंती देवी (४०) पत्नी श्यामलाल तथा दीपक के पिता अंबालाल ओड (४०) को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पथराव में श्यामलाल के भी सिर में चोट आई।
कोतवाली प्रभारी नेमीचंद मय जाप्ता ओडा का खेड़ा मेंं पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। जबकि सुभाषनगर थाना प्रभारी पुष्पा कसोटिया व भीमगंज थाना प्रभारी प्रकाश भाटी एमजी होस्पीटल पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में ओड समाज के लोग एकत्रित हो गए और बिलखने लगे। इनमे से कईयों ने होस्पीटल में भर्ती घायलों से मिलने की कोशिश की तो आरएसी व पुलिस जाप्ते ने रोक लिया। इससे हंगामे के हालात हो गए। यहां ओड समाज की कई महिलाएं तो गश खा कर अचेत हो गई।
थाना प्रभारी नेमीचंद चौधरी ने बताया कि दोनों ही पक्ष आपस में रिश्तेदार है। स्टेटस के विवाद को लेकर समूचा घटनाक्रम हुआ। मृतक के पिता श्याम लाल व दीपक के पिता अंबालाल की तरफ से परस्पर मामले दर्ज हुए है। शव का पोस्टमार्टम रविवार को किया गया।