Gale India’s Gas Pipeline भीलवाड़ा के निकट कांदा गांव से चित्तौडग़ढ़ जा रही गैस पाइप लाइन हासियास के निकट बनास नदी से गुजर रही है। पाइप लाइन से अगले माह हिन्दुस्तान जिंक को गैस आपूर्ति की योजना है। इसे लेकर गैल व अडानी ग्रुप के बीच एमओयू हो चुका है। कुछ दिनों पूर्व गैल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों ने पाइप लाइन का सर्वे किया था। तब जानकारी में आया कि बनास नदी में माफिया ने पाइप लाइन के आस-पास से बजरी निकाल ली। पाइप लाइन का कोटा व विजयपुर से भी गैल के अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं। उनका कहना था कि इस स्थिति में गैस की आपूर्ति शुरू होने पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
१५ से २० मीटर दबाएंगे पाइप लाइन
अब गैस आपूर्ति से पहले पाइप लाइन एलडीडी के माध्यम से १५ से २० मीटर जमीन के नीचे डाली जाएगा, ताकि बजरी दोहन के दौरान किसी तरह के नुकसान से बचा जा सके। इसकी स्वीकृति भी कोटा से आए अधिकारियों ने दे दी है।
अशोककुमार खटीक, वरिष्ठ प्रबन्धक (पाइप लाइन), गैल इंडिया लिमिटेड
अब गैस आपूर्ति से पहले पाइप लाइन एलडीडी के माध्यम से १५ से २० मीटर जमीन के नीचे डाली जाएगा, ताकि बजरी दोहन के दौरान किसी तरह के नुकसान से बचा जा सके। इसकी स्वीकृति भी कोटा से आए अधिकारियों ने दे दी है।
अशोककुमार खटीक, वरिष्ठ प्रबन्धक (पाइप लाइन), गैल इंडिया लिमिटेड