थानाप्रभारी मोहम्मद इमरान के अनुसार झोपडि़या (गाडोली) निवासी प्रेमसिंह मीणा (55) खेत के समीप दोपहर में बकरियां चरा रहा था। इस दौरान वहां से गुजर रही ११ केवी के सपोर्ट वायर में फैले करंट की चपेट में एक बकरी आ गई। इससे बकरी की करंट लगने से मौत हो गई। उसने बचाने के लिए प्रेमसिंह दौड़ा। वह भी करंट की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जमा हो गए। ग्रामीण प्रदर्शन करने लगे। इससे माहौल गरमा गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने जेईएन से की धक्का-मुक्की
सूचना पर क्षेत्रीय कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) मनीष कुमार मौके पर पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों ने अभियंता के साथ धक्का-मुक्की कर दी। इस बीच तहसीलदार मुकुंदसिंह शेखावत भी वहां पहुंचे। ग्रामीणों को शांत किया। मुआवजे और सहायक अभियंता को निलंबित करने और उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए। उपखण्ड अधिकारी धर्मराज गुर्जर, डिस्कॉम के अधिशाषी अभियंता रामखिलाड़ी मीणा, सहायक अभियंता जहाजपुर बीआर मालव वहां पहुंचे। लोगों ने मृतक के परिजनों को पांच लाख मुआवजे की मांग की।
जेईएन और लाइनमेन एपीओ भीलवाड़ा अधीक्षण अभियंता एसके उपाध्याय ने देर रात आदेश जारी कर जेईएन मनीष विश्वकर्मा और लाइनमेन मुकेश कुमार को एपीओ कर दिया। दोनों का मुख्यालय भीलवाड़ा अधीक्षण अभियंता कार्यालय किया गया है।
ग्रामीणों का आरोप दो साल से नहीं ली सुध
ग्रामीणों का आरोप है कि हाईटेंशन लाइन का सपोर्ट वायर विगत दो वर्षों से पत्थर बंधा हुआ था। पूर्व में भी कई पशुओं की करंट लगने से मौत हो गई। डिस्कॉम अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। इससे हादसा हो गया। इससे ग्रामीणों का डिस्कॉम के प्रति गुस्सा था। क्षेत्रीय विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एईएन और जेईएन को निलंबित करने की मांग पर ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला से बात की।