स्टार्टअप के लिए 280 करोड़
टेक्सटाइल स्टार्टअप के लिए 280 करोड़ का प्रावधान होगा। कपड़े का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों को 1230 करोड़, गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग के लिए 1625 करोड़, नीटिंग यूनिट्स के लिए 150 करोड़ की सब्सिडी का प्रावधान है। यार्न मैन्युफैक्चरिंग के लिए 375 करोड़ की सब्सिडी दी जाएगी। विदेशी कंपनियां देश में मशीनरी का उत्पादन करती हैं तो उन्हें 5 हजार करोड़ की सब्सिडी मिलेगी। इससे नए उद्योग की संभावना बढ़ेगी। स्पिनिंग व कम्पोजिट उद्योग लगाए जाने की भी संभावना होगा।
टेक्सटाइल स्टार्टअप के लिए 280 करोड़ का प्रावधान होगा। कपड़े का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों को 1230 करोड़, गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग के लिए 1625 करोड़, नीटिंग यूनिट्स के लिए 150 करोड़ की सब्सिडी का प्रावधान है। यार्न मैन्युफैक्चरिंग के लिए 375 करोड़ की सब्सिडी दी जाएगी। विदेशी कंपनियां देश में मशीनरी का उत्पादन करती हैं तो उन्हें 5 हजार करोड़ की सब्सिडी मिलेगी। इससे नए उद्योग की संभावना बढ़ेगी। स्पिनिंग व कम्पोजिट उद्योग लगाए जाने की भी संभावना होगा।
टफ में 10 फीसदी केपिटल सब्सिडी मिलती थी
मेवाड़ चेम्बर के महासचिव आरके जैन ने बताया कि टफ योजना में 10 प्रतिशत केपिटल सब्सिडी मिलती थी। अब एक अप्रेल से लागू होने वाली नई योजना से २५ से ३० प्रतिशत का अनुदान मिलने से एयरजेट, या शटललेश लूम लगने में गति आएगी। इस योजना का देशभर में को फायदा होने के साथ भीलवाड़ा के उद्यमियों को भी लाभ होगा। नई योजना से टेक्सटाइल के सभी क्षेत्रों को फायदा होगा। सरकार की इस योजना में भीलवाड़ा में भारी निवेश होगा।
मेवाड़ चेम्बर के महासचिव आरके जैन ने बताया कि टफ योजना में 10 प्रतिशत केपिटल सब्सिडी मिलती थी। अब एक अप्रेल से लागू होने वाली नई योजना से २५ से ३० प्रतिशत का अनुदान मिलने से एयरजेट, या शटललेश लूम लगने में गति आएगी। इस योजना का देशभर में को फायदा होने के साथ भीलवाड़ा के उद्यमियों को भी लाभ होगा। नई योजना से टेक्सटाइल के सभी क्षेत्रों को फायदा होगा। सरकार की इस योजना में भीलवाड़ा में भारी निवेश होगा।