भीलवाड़ा

शिक्षा के मंदिर को शर्मसार कर रहे गुरुजी, बच्चों पर पड़ रही गलत छाया,  एपीओ कर शांत कर रहे मामले

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भीलवाड़ाJul 19, 2018 / 01:06 am

tej narayan

Guruji shaming the temple of education in bhilwara

भीलवाड़ा।
बच्चों को संस्कारित करने का जिम्मा लेकर शिक्षा के मंदिर में जा रहे कुछ गुरुजी अब वहां भी एेसा काम कर रहे हैं जिससे बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय में बीतेे तीन साल में आठ मामले एेसे आए हैं जिनमें गुरुजी के स्कूल में शराब पीकर आने की शिकायत आई। डीईओ माध्यमिक प्रथम व द्वितीय कार्यालय में पांच मामले एेसे आए हैं।
 

गौरतलब है कि अभी नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही तीन दिन में दो मामले आ चुके हैं। कोटड़ी व आसींद ब्लॉक के इन मामलों में शिक्षकों को एपीओ किया जा चुका है। सवाल यह है कि इन घटनाओं से आखिर बच्चों को क्या सीख मिल रही है। कारण है कि बच्चे वहीं सीखते हैं जो देख रहे हैं। एेसे में एेसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विभाग को भी पहल करनी होगी।

आसींद ब्लॉक के मोगर राउमावि के शिक्षक बाबूलाल बलाई पर शराब पीकर आने का आरोप लगा। ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया तो शिक्षा अधिकारी पहुंचे। उन्होंने शिक्षक बाबूलाल को एपीओ कर भीलवाड़ा लगा दिया। ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला लगा दिया था।
 

कोटड़ी के साखड़ा पंचायत के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बागड़ा में कार्यरत जितेंद्रसिंह पर शराब पीकर आने की शिकायत हुई। ग्रामीणों ने कहा, आए दिन एेसी शिकायत रहती है। अधिकारी पहुंचे। शिक्षक को एपीओ कर कोटड़ी ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय में लगा दिया।

बनेड़ा क्षेत्र के सरदारनगर राउमावि में छात्रों के शराब पार्टी करने का मामला आया। प्रधानाचार्य ने चार छात्रों को निलंबित किया। इस मामले में अभिभावक विरोध में उतरे थे लेकिन बाद में सामने आया कि घटना हुई थी। इस कारण उन पर कार्रवाई भी की गई।
 

कोटड़ी ब्लॉक के मीणों का खेड़ा ढोकलिया में ग्रामीणों ने करीब दो साल पहले वहां शराब के पव्वे मिले थे। इस पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और स्कूल बंद कर दिया। इस मामले में एक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया वहीं दो शिक्षकों को वहां से हटाया गया।

सरकारी स्कूलों में शराब पीकर आने के कई मामले सामने आए हंै। इसे लेकर सभी डीईओ को निर्देश दिया कि वे अध्यापकों को अनुशासित रहने को पाबंद करे। एपीओ करने के बजाय उनके निलंबन की कार्रवाई करें। पूरे संभाग में इसके लिए विशेष निर्देश जारी किए है। एेसी घटनाओं से बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है।
जीवराज जाट, संयुक्त निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा अजमेर
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