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नौकरी नहीं तो साहेब बेरोजगार भत्ता ही दिला दो

locationभीलवाड़ाPublished: Oct 20, 2021 11:16:15 am

भीलवाड़ा। प्रदेश में सरकारी नौकरियों का टोटा, सरकारी नौकरी के आवेदन मात्र में ही बेरोजगारों का रैला, ऐसे में मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना भी बेरोजगारों को राहत नहीं दे पा रही है। हालात यह है कि जिले में पंजीकृत बेरोजगार युवाओं में से सिर्फ दस फीसदी को ही बेरोजगारी भत्ता मिल सका है, शेष युवा रोजगार व भत्ते की उम्मीद ही लगाए बैठे है।

If there is no job, please give me unemployment allowance.

If there is no job, please give me unemployment allowance.


भीलवाड़ा। प्रदेश में सरकारी नौकरियों का टोटा, सरकारी नौकरी के आवेदन मात्र में ही बेरोजगारों का रैला, ऐसे में मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना भी बेरोजगारों को राहत नहीं दे पा रही है। हालात यह है कि जिले में पंजीकृत बेरोजगार युवाओं में से सिर्फ दस फीसदी को ही बेरोजगारी भत्ता मिल सका है, शेष युवा रोजगार व भत्ते की उम्मीद ही लगाए बैठे है।
आत्म निर्भर अभियान के तहत जिले में स्वरोजगार की राह खुली थी, राजस्थान कौशल विकास एवं आजीविका मिशन ने औद्योगिक इकाईयों की मदद से रोजगार की आस जगाई थी। जिला रोजगार विभाग ने भी रोजगार मेलों की शुरूआत कर युवाओं को स्वरोजगार से जोडऩे का बीड़ा उठाया था, लेकिन कोरोना संकट ने सब कुछ बदल दिया। उद्योगों में काम धंधे ठप होने से फिर बेरोजगारी की राह बढ़ गई। परदेश में बसे जिले के हजारों परिवारों के सालों बाद घर लौटने व जिले से बड़ी संख्या में बिहार, एमपी,यूपी, बंगाल के श्रमिकों के पलायन करने से विकास का चक्का मानो थम ही गया। केन्द्र व राज्य का आजीविका मिशन अभियान भी अब ठण्डे बस्ते में है।
राशि बढ़ी, फिर भी नहीं भत्ता
प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा में मदद करने एवं आर्थिक रूप से सहयोग करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष2019 2020में मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना में राजस्थान बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत पात्र बेरोजगारों को रोजगार भत्ता देने की घोषणा की थी। योजना के तहत सर्व प्रथम शिक्षित युवा को प्रतिमाह 650 रुपए व युवती को 750 रुपए को आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई, लेकिन जो कि बाद में बढ़ा कर क्रमश: तीन हजार व साढ़े तीन हजार कर दी गई।
यह है भत्ता शर्त
यह भत्ता उन्ही को दिया जाएगा जिनके परिवार की सालाना आय दो लाख रुपए से अधिक नहीं है। पुरुष वर्ग में तीस वर्ष व महिला वर्ग में 35 आयु तक के बेरोजगार ही आवेदन के लिए पात्र होंगे। एसी व एसटी तथा दिव्यांग अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 35 वर्ष है। यह भत्ता केवल दो वर्ष के लिए ही देय होगा
लगा रहे है चक्कर
प्रदेश में राज्य सरकार ने दो लाख युवाओं को बेरोजगार भत्ता देने की घोषणा की है। लेकिन अभी एक लाख ६० हजार तक पंजीकृत को ही यह भत्ता दिया जा रहा है। ऐसे में जिले में २३ हजार ०३६ पात्रधारी में से केवल २५६८ को ही भत्ता मिल सका है, शेष पंजीकृत भत्ते की उम्मीद में रोजगार कार्यालय के चक्कर लगा रहे है।

नौकरी मिली ना ही भत्ता
बीटेक डिग्री धारक राजेश शर्मा व हिमांशु ने बताया कि रोजगार नहीं मिलने से वह परेशान है, दो साल में कई जगह वह नौकरी के लिए आवेदन कर चुके हंै, लेकिन काम के मुताबिक जॉब नहीं मिल सका है, बेरोजगार भत्ते के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन एक साल बीत गया, यह भत्ता भी अभी तक शुरू नहीं हो सका है। इसी प्रकार अन्य पंजीकृतों की पीड़ा है कि वह भी रोजगार कार्यालय से आस लगाए बैठे है, लेकिन ना तो भत्ता शुरू हो सका और ना ही नौकरी मिल पाई है।
सीलिंग के कारण अटका भत्ता
30 हजार 950 युवा पंजीकृत है। इनमें से 23036 युवक व युवती बेरोजगार भत्ता रखने की पात्रता रखता है। इनमें से 2568 लाभार्थी अभी भत्ता उठा रहे है। जबकि 4782 पंजीकृतों के आवेदन प्रतीक्षारत है। सरकार की सीलिंग सीमा एक लाख 60 हजार होने से शेष पंजीकृत प्रतीक्षा सूची में है, इन्हें जल्द रोजगार भत्ता मिलें, इसके लिए सरकार को लिखा जा चुका है।
मुकेश गुर्जर, जिला रोजगार अधिकारी, भीलवाड़ा

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