एसपी महावर ने कहा कि परिजन बच्चों को ७०-८० हजार की बाइक दिला सकते है तो एक हजार का हेलमेट क्यों नहीं दिला सकते। चौराहे पर चालान से बचने के लिए टोपीनुमा हेलमेट लगा लेंगे, जो सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं। सड़क सुरक्षा कानून सबके लिए है। इसे अपनाकर हादसे रोक सकते हैं। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जरूरी है कि आमजन भी जिम्मेदारी समझे। महज पुलिस या प्रशासन ही जिम्मेदार नहीं है। इससे पहले नवनियुक्त थानाप्रभारी नवनीत व्यास ने अतिथियों का स्वागत किया। सीएलजी सदस्यों ने समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया। एएसपी राजेश मीणा, डीएसपी भंवर रणधीरसिंह, पूर्व सभापति मधु जाजू, आशा रामावत, पार्षद मनीष पालीवाल मौजूद थे। अतिथियों ने थाना परिसर में पौधा लगाया।
तत्कालीन सीआइ की कार्यप्रणाली पर उठा सवाल सीएलजी सदस्य चन्द्रशेखर शर्मा ने तत्कालीन सीआइ अजयकांत शर्मा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। कहा कि तीन माह पूर्व सांगानेरी गेट पर रात नौ बजे एक व्यक्ति डेयरी बूथ पर गल्ले से नकदी चुराकर भाग रहा था। लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौपा। सीआइ अजयकांत को रिपोर्ट दी। उसके बाद भी मुकदमा तक दर्ज नहीं किया। एेसे में अपराध की रोकथाम बेमानी बात लगती है।
इन मुद्दों पर भी चर्चा – शिवाजी गार्डन के आसपास रात में लोग घूमने जाते हैं, वहां समाजकंटक भी डेरा डाले रहते है। वहां समुचित जाप्ता लगाया जाए।
– सांगानेरी गेट चौकी संवेदनशील इलाके है। यहां पर्याप्त जाप्ता नहीं है। सिपाही के भरोसे चौकी को रखा जाता है। एेसे में यहां अधिकारी लगाने की जरूरत।
– सर्किट हाउस के बाहर एक तरफा यातायात की व्यवस्था। लेकिन चित्तौडग़ढ़ की ओर से आ रहे वाहन नियमों की पालना नहीं करते। वह एक तरफ से होकर गुजरते है। इससे दुर्घटनाएं हो रही। एेसे में यातायात पुलिसकर्मी लगाने की जरूरत।
– क्षेत्र में बढ़ती चोरी और लूट की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रभावी गश्त व्यवस्था की जरूरत।