समूचे घूस के मामले में एसीबी ने दलाल समेत तीन जनों को हिरासत में लिया है। जिनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई में कोई परिवादी नहीं था। एसीबी ने खुद ही संज्ञान लेते हुए तहसीलदार के मोबाइल को सर्विलांस पर डालकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसीबी जयपुर के एएसपी राजेन्द्र नैन ने बताया कि पिछले कुछ समय गोपनीय रूप से शिकायत मिल रही थी कि भीलवाड़ा तहसीलदार लालाराम यादव दलालों और कुछ अफ सरों के मार्फ त जमीनों मामलों को रिश्वत की मोटी रकम लेकर निपटा रहा है। ऐसे में यादव को राडार पर लिया गया।
जानकारी में सामने आया कि गांधीनगर निवासी दीपक चौधरी ने अपने जमीन सम्बन्धी मामले को निपटाने के लिए तीन लाख रुपए की रिश्वत की राशि यादव को ऑन लाइन दी यह राशि यादव के भाई के खाते में डाली गई । सूचना पर सोमवार रात एसीबी ने यादव के खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज किया था। उसके बाद एएसपी नैन के नेतृत्व में चार टीम गठित की गई। एक टीम ने लालाराम के भीलवाड़ा स्थित कमला विहार में सुबह दबिश दी। वहां लालाराम के घर से 5 लाख 37 हजार रुपए नकद बरामद हुए। रिश्वत के आरोप में यादव को गिरफ्तार कर लिया।
एक टीम ने ऑनलाइन भुगतान करने वाले दीपक चौधरी, तहसीलदार के दलाल बिजौलियां कैलाश धाकड़ तथा एक टीम ने तहसीलदार के भाई पूरणमल के जयपुर जिले के चाकसू स्थित मकान पर दबिश दी। दलाल धाकड़ के घर से बारह लाख रुपए नकद बरामद हुए। कार्रवाई से शहर समेत जिले हड़कम्प मच गया। एसीबी ने तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसके पूरणमलए दलाल कैलाश तथा व्यापारी चौधरी को हिरासत में ले लिया।
चार महीने से निगरानी, भुगतान होते ही कार्रवाई
एएसपी नैन ने बताया कि चार माह से तहसीलदार राडार पर था। गोपनीय रूप से सूचना मिली थी कि तहसीलदार जमीनों मामलों को निपटाने के लिए बड़ी रकम रिश्वत में ले रहा है। इसमें कोई शिकायतकर्ता सामने नहीं आया था। एसीबी ने ही संज्ञान लिया। विभाग की इंटीलिजेंस टीम ने ही सूचना एकत्र की। इसके बाद तहसीलदार के मोबाइल को सर्विलांस पर डाला गया।
दलाल के मार्फ त दीपक मिला, तीन लाख लेते ही कार्रवाई
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दीपक चौधरी का एक जमीन का मामला था। इस मामले को निपटाने के लिए तहसीलदार यादव से दलाल कैलाश धाकड़ ने ही मिलवाया था। उसके बाद तीन लाख रुपए में सौदा तय हुआ। दीपक ने यह राशि ऑनलाइन तहसीलदार के खाते में डाली। बाद में यादव ने भाई के खाते में रिश्वत की राशि डाल दी। इसका पता चलते ही एसीबी ने रात में रिश्वत का मामला दर्ज कर लिया। गोपनीय रूप से तीन टीम तैयार कर अलसुबह भीलवाड़ा पहुंच गई। एक जबकि एक टीम को पूरणमल के घर चाकसू भेजा गया। टीमों ने सभी के घर दबिश दी। यादव के चाकसू में ही एक जमीन खरीदने की भी जानकारी सामने आई है।