विद्यालय परिसर में कहीं —कहीं तो तीन फीट तक पानी भरा है। स्कूल परिसर में बनी पेयजल टंकियों भी पानी से घिरी हुई हैं। पानी पीने के लिए विद्यार्थियों का टंकियों तक पहुंचना भी नामुमकिन है। In Bhilwara -This is a school, not a pond
प्रधानाचार्य राधेश्याम चांवरिया ने बताया कि स्कूल परिसर में भरे बरसात का पानी (rain water) से विद्यार्थियों व अद्यापकों को भी परेशानी हो रही है। पानी अधिक भरा होने से हरपल बच्चों (students) का ध्यान रखना पडता है। परिसर में भरे पानी की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है परन्तु अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। In Bhilwara -This is a school, not a pond
स्कूल समिति के अध्यक्ष अकबर मीर, हरिशंकर मेवाड़ा, जमनालाल रेगर ने बताया कि स्कूल (school) जाने के मुख्य रास्ते में कीचड़ है। परिसर में भरे बरसात के पानी के बारे में कई बार शिकायत भी की गई परन्तु किसी ने भी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है। स्कूल परिसर में भरे पानी में हादसा होने का भय बना रहता है। इस समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। In Bhilwara -This is a school, not a pond
अभिभावकों (parents) ने बताया कि स्कूल (school) परिसर में भरे पानी से कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है। स्कूल (school) समय में अद्यापक विद्यार्थियों (students) पर नजर रखते हैं। बच्चे स्कूल समय के बाद भी परिसर के आसपास खेलते हैं और बस्ती होने से भी बच्चों पर खतरा बना हुआ है। स्कूल (school) प्रशासन को शिकायत करके थक चुके है परन्तु अधिकारी अब भी तक गंभीर नहीं है।
इस बारे में सरपंच गणेश पारीक ने बताया कि स्कूल (school) के लिए सीसी सड़क बनाने व नाला बनवाने के लिए ग्राम पंचायत (gram panchayat) तैयार है परन्तु अधिकारी भी सहयोग करें तो समस्या खत्म हो सकती है। In Bhilwara -This is a school, not a pond
माण्डलगढ़ सीबीईओ रामेश्वर लाल जाट ने बताया कि स्कूल (school) परिसर में भरे बरसात के पानी (rain water) की निकासी की व्यवस्था विभाग के पास नहीं है। ग्राम पंचायत अपने स्तर पर ही पानी निकासी (rain water) की व्यवस्था कर सकते है। In Bhilwara -This is a school, not a pond