जानकारी के अनुसार बिजौलिया थाना क्षेत्र के चिताबड़ा निवासी गिरधारी कंजर की 45 दिन की मासूम बेटी आंचल को श्वास की परेशानी थी। इस पर मासूम की दादी ने जलते चूल्हे में से चिमटे को लाल कर मासूम के पेट पर दाग कर डाम लगा दिया। मासूम दर्द से कहराता रहा, लेकिन निर्दयी परिजनों के हाथ नहीं कांपे। वे उसे लगातार दागते रहे। जब मासूम की हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां गहन शिशु चिकित्सा इकाई में बच्चे को भर्ती कराया गया। मासूम की हालत गंभीर बनी हुई है। एमजीएच के डॉ हासम खाने ने बताया कि बच्चे को श्वास लेने के परेशासनी आ रही है।
मासूम की दादी को किसी चालक ने बताया डाम लगाना
मासूम की मां सोनू कंजर ने बताया कि आंचल को निमोनिया की शिकायत होने पर उसकी दादी को चालक सूरजमल ने डाम लगाने की बात कही थी। जिस पर दादी ने गर्म चिमटे से मासूम के पेट पर दाग कर डाम लगाया। इसके बाद मासूम की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे।
मासूम की मां सोनू कंजर ने बताया कि आंचल को निमोनिया की शिकायत होने पर उसकी दादी को चालक सूरजमल ने डाम लगाने की बात कही थी। जिस पर दादी ने गर्म चिमटे से मासूम के पेट पर दाग कर डाम लगाया। इसके बाद मासूम की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे।