न्यास सचिव सिंह बताते है कि न्यास के भूमि बैंक को संगठित किया गया, इसके लिए न्यास की विभिन्न आवासीय कॉलोनियों में रिक्त भूंखड़ों को सूचीबृद्ध करने के साथ ही न्यास की भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्ययोजना से भूमि बैंक मजबूत हुआ। नीलामी की शर्तो में बदलाव कर न्यूनतम कीमत पर भूखंडों की नीलामी शुरू की और छत का अधिकार भी दिया, जो भूखंड लम्बे समय से नहीं बिक रहे थे, उनकी कीमतों में २५ फीसदी तक कमी की गई। नेहरू आवासीय योजना के जरिए भी ऑन लाइन भूखंडों की नीलामी न्यास में पहली बार शुरू हुई और उसके सार्थक परिणाम सामने आए।
अधिशासी अभियंता रवि श्रीवास्तव ने बताया कि नीलामी शर्तो में बदलाव व ऑन लाइन नीलामी से न्यास ने गत तीन माह में भूखंडों की नीलामी के जरिए कुल ७५.२८ करोड़ रुपए की आय अर्जित की जो कि रिकार्ड है। इसी प्रकार १० दिसम्बर से विभिन्न आवासीय एवं व्यवसायिक येाजना क्षेत्र में भूखंडों की ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। ये नीलामी इस साल की सबसे बड़ी नीलामी होगी। इसमें ९० करोड़ की लागत के १५० भूखंड शामिल किए गए है।
न्यास का राजस्व कोष बढऩे के बाद मुख्यमंत्री घोषणा अनुरुप विकास योजनाओं में भी गति मिलेगी। इसमें जोधड़ास ओवरब्रिज व हाइेलेबल ब्रिज तथा पुलियाओं का निर्माण कार्य प्रमुख रूप से शामिल है। इसी प्रकार बहुद्देश्यीय परियोजना तथा उपनगर पुर के प्रभावितों के लिए आवासीय योजना के साथ ही शहर के विभिन्न निर्माण कार्य अब जल्द पूरे होंगे।
मुख्यमंत्री बजट घोषणा, शहरी विकास योजना एवं मुआवजों की अटकी फाइलों के निस्तारण के लिए न्यास ने ११ दिसम्बर को बोर्ड बैठक प्रस्तावित की है। बोर्ड बैठक को लेकर प्रस्ताव व सुझाव मांगे गए है।